राज्य सरकार ने परियोजना को मंजूरी दे दी है, जिसकी शुरुआत केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरनगर से सांसद संजीव बलियान ने की थी। गांव में प्रस्तावित गौ अभयारण्य 5,000 से अधिक गायों को आश्रय प्रदान करेगा। संजीव बालियान ने कहा कि, यह परियोजना अपनी तरह की पहली है और उन्होंने अपने विरोधियों पर जानबूझकर बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया। मंत्री ने दावा किया कि, "अभयारण्य के लिए प्रस्तावित भूमि सरकार की है। वर्षों पूर्व तत्कालीन ग्राम प्रधानों द्वारा नियमों का उल्लंघन कर इसे कुछ किसानों को दे दिया गया था।"
बालियान ने कहा, "केवल उन्हीं जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है, जो राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार सरकार की हैं।" हालांकि भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) की मुजफ्फरनगर इकाई के अध्यक्ष योगेश शर्मा ने दावा किया कि, कई किसानों के पास जमीन की कानूनी रजिस्ट्री का सबूत है, इसलिए वे अधिकारियों द्वारा उनकी जमीन का अधिग्रहण करने के प्रयास का विरोध कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि अधिकारी सरकारी जमीन पर जिले में कई गौशालाएं बना सकते हैं, लेकिन उन्हें बिना सहमति के किसानों की जमीन का अधिग्रहण नहीं करने दिया जाएगा।