पाकिस्तान है कि मानता नहीं। वह भारतीय सेना से जुड़ी सूचनाओं को हासिल करने के तमाम प्रयास करता रहता है लेकिन उसे नाकामयाबी ही हाथ लगती है। ऐसे में अब खिसियाये पाकिस्तान ने एक नई चाल चलते हुए बच्चों को फुसला कर जानकारी हासिल करने की चाल चली है लेकिन उसकी इस चाल को भी नाकाम करते हुए बच्चों को और उनके अभिभावकों को सतर्क कर दिया गया है। हम आपको बता दें कि जम्मू के आर्मी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों सहित कई अन्य विद्यालयों के छात्रों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के फोन आ रहे हैं और व्हाट्सऐप संदेश प्राप्त हो रहे हैं जिसमें उनसे विशेष सोशल मीडिया समूहों में शामिल होने और संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए कहा जा रहा है। विद्यार्थियों को दो मोबाइल नंबरों से पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के कॉल और व्हाट्सऐप संदेश प्राप्त हो रहे हैं। खुद को स्कूल का शिक्षक बताने वाले ये लोग छात्रों को नए कक्षा समूह में शामिल होने को कहते हैं और उन्हें ‘वन टाइम पासवर्ड’ (ओटीपी) भेजते हैं। जैसे ही कोई छात्र समूह में शामिल होता है उससे संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए कहा जाता है।
ये संदिग्ध एजेंट शुरू में जब कॉल या संदेश भेजते हैं तो छात्र के किसी करीबी का संदर्भ देते हैं ताकि उन्हें (छात्रों को) यह भरोसा हो जाए कि उनसे संपर्क करने वाला उनका शिक्षक ही है। आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्यों द्वारा जारी एक परामर्श के मुताबिक, एजेंट छात्रों से उनके पिता की नौकरी, विद्यालय की दिनचर्या और समय, शिक्षकों के नाम, वर्दी आदि जैसी जानकारियां मांग रहे हैं। परामर्श में कहा गया है कि विद्यालयों और कॉलेजों से अनुरोध किया जाता है कि इस संबंध में शिक्षकों व छात्रों को जागरूक बनाएं। परामर्श में कहा गया है कि इस तरह के संदेश अन्य नंबरों से भी आ रहे हैं। परामर्श के मुताबिक, विद्यार्थियों के परिजन को संदिग्ध कॉल के बारे में सतर्क रहना होगा। इस संबंध में जम्मू में स्कूलों में जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है।