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बहन के साथ खेल रहे 12 के मासूम की डॉगी के पट्टे से फंदा लगने से दर्दनाक मौत

HARRY
3 Jun 2023 2:07 PM GMT
बहन के साथ खेल रहे 12 के मासूम की डॉगी के पट्टे से फंदा लगने से दर्दनाक मौत
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गले में डॉगी के पट्टे का फंदा लगने से मौत हो गई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | घर में छोटी बहन संग खेल रहे 12 साल के बच्चे की गले में डॉगी के पट्टे का फंदा लगने से मौत हो गई। घटना के वक्त बच्चे के माता-पिता घर पर नहीं थे। उधर, पटेलनगर पुलिस ने इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर सूर्यभूषण सिंह नेगी के अनुसार, मेहूंवाला निवासी कुलदीप गुरुवार को ऑटो चलाने के लिए निकल पड़े। जबकि, उनकी पत्नी शाम को बाजार चली गई।
घर पर उनका 12 वर्षीय बेटा कार्तिक और दस साल की बेटी मौजूद थी। दोनों डॉगी के पट्टे से खेल रहे थे। इस बीच, अचानक कार्तिक ने पट्टा बेडरूम के दरवाजे के ऊपर फेंका, जिसका एक हिस्सा दरवाजे के दूसरी ओर कुंडे में अटक गया, वहीं दूसरा हिस्सा कार्तिक के गले में फंसा और वह फंदे पर झूल गया।
छोटी बहन ने फंदा खोलने की कोशिश की। लेकिन, इसमें नाकाम होने पर पड़ोस के लोगों को बुलाया। लोगों ने बच्चे को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से सूचना मिलने पर पुलिस मोर्चरी पहुंची। बच्चे का शव देखने के बाद घटनास्थल का निरीक्षण किया। मामले को गंभीर मानते हुए शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। आईएसबीटी चौकी इंचार्ज संजीत कुमार ने बताया कि बच्चे को फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाने वालों से जानकारी जुटाई गई है।
कोरोनेशन अस्पताल की चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट डा. नीलम जोशी, दून अस्पताल की चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट निधि काला के मुताबिक बच्चों के खेलने के दौरान माता-पिता उनकी निगरानी रखें। बच्चों को कैसा खेल खेलना चाहिए, इसके बारे में जागरूक करें। बच्चों को ज्यादा देर बाहर अकेले न छोड़ें।

बच्चों को झूले आदि में भी सावधानी बरतें। बच्चों को लेकर अतिरिक्त सर्तकता बरतें। बच्चों को अकेला बिल्कुल न छोड़ें। परिवार के सदस्य जिसमें दादा-दादी नानी-नानी हो सकते हैं, उनको साथ रखें। यदि वह नहीं हैं तो कोई केयर टेकर रखें। घर में रखे फर्नीचर आदि में नुकीली चीजें न हों।

पानी की टंकी आदि ढंककर रखें। लटकने वाली चीजों को बच्चों की पहुंच से दूर रखें। गैस की नॉब को बंद एवं दूर रखें। मॉनीटिरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरा भी लगवाया जा सकता है। पड़ोसियों को भी बच्चों का ध्यान रखने के लिए कहें। बच्चों को सिक्के आदि न दें। गेट धारदार न हो, शटर आदि से दूरी रखें, लॉक सही तरीके से लगाएं।

धारदार कोई चीज घर पर न हों, टूटा शीशा कतई न रखें। छत पर जाने का गेट बंद करके रखें। बाथरूम में भी पानी बंद रखें, ढक्कन बंद करके रखें। इलेक्ट्रिसिटी के स्विच पर टेप लगाकर रखें। बच्चों को ज्यादा ऊंचाई न बैठाई, जमीन में गद्दे डालकर बैठाना बेहतर रहेगा।

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