नालागढ़ पुलिस थाना से जुड़े मामले में आया नया मोड़, जांच शुरू
बीबीएन। औद्योगिक कस्बे नालागढ़ के तहत पुलिस अधिकारियों से जुड़े एक बहुचर्चित मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस अधिकारियों द्वारा पैसे मांगने व मारपीट के कथित मामले की कोर्ट के आदेशों पर चल रही जांच के बीच खुुलासा हुआ है कि पुलिस थाना नालागढ़ में स्थापित सीसीटीवी कमैरों की एक महीने से ज्यादा अरसे की फुटेज गायब है। पुलिस जिला प्रशासन पड़ताल कर रहा है की फुटेज को डिलीट किया गया या तकनीकी कारणों से फुटेज रिकार्ड नहीं हो पाई। फिलवक्त इन तमाम पहलुओं को मद्देनजर रखते हुए जहां पुलिस अधिकारियों ने थाना नालागढ़ में धारा-204 के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया है। वहीं इस मामले को लेकर फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी जांच शुरू कर दी है। यहां उल्लेखनीय है कि उतराखंड की एक युवती द्वारा नालागढ़ के पुलिस अधिकारियों पर जबरन वसूली और साजिश रचने से जुड़े मामले में जमानत सुनिश्चित करने की एवज में घुस की मांग का आरोप लगाया था।
जिस पर प्रदेश हाई कोर्ट ने विगत 21 अक्तूबर को मामले की जांच में शामिल पुलिस स्टेशन नालागढ़ के जांच अधिकारी और एसएचओ का तबादला करने के आदेश जारी करते हुएडीजीपी को एसआईटी गठित कर नालागढ़ पुलिस स्टेशन के संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ लगाए कदाचार के आरोपों की आठ सप्ताह के भीतर जांच करने को भी कहा था। इसी संर्दभ में चल रही जांच के दौरान पाया की नालागढ़ पुलिस थाने के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज गायब है। इस बारे में एसएसपी बद्दी को भी तुरंत अवगत करवाया गया जिस पर डीएसपी बद्दी ने भी अंतरिम जांच की जिसमें 28 सितंबर से पांच नबंवर तक की फुटेज उपलब्ध न होने बारे जानकारी दी गई है।एसएसपी बददी मोहित चावला ने पुष्टि करते हुए बताया कि मामले के ध्यान में आते ही अंतरिम जांच के उपरांत पुलिस थाना नालागढ़ में आईपीसी की धारा-204 के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया है। फुटेज उपलब्ध न होने बारे कोई भी स्पष्ट कारण बिना तकनीकी जांच के बता पाना संभव नहीं है। फिलवक्त फुटेज डिलीट की गई या रिकार्ड नहीं हुई या तकनीकी खामी वजह रही, इस पूरे मामले को लेकर फोरेंसिक एक्सपर्ट सहित तकनीकी विशेषज्ञों ने जांच शुरू कर दी है ।