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जयपुर। जयपुर में एनडीपीएस कोर्ट के जज एस चलाना और उनके परिवार पर हत्या का मामला दर्ज हुआ है। उल्लेखनीय है कि 10 नवंबर को जज के घर की छत पर न्यायिक कर्मचारी की जली हुई लाश मिली थी। घटना के बाद प्रदेश भर के न्यायिक कर्मचारी सड़कों पर उतरे हुए थे। उसके बाद करीब एक माह बाद रविवार रात को न्यायिक कर्मचारी की बहन की शिकायत पर भांकरोटा थाने में मामला दर्ज किया गया। मृतक सुभाष मेहरा की बहन मुन्नी देवी ने रिपोर्ट में बताया- भाई छह महीने से एनडीपीएस कोर्ट के जज के घर पर रह रहा था। जज और उनकी पत्नी सुभाष से नौकर की तरह काम करवाते थे। उसे इस काम के लिए डराया और धमकाया जाता था। जज सुभाष को अपने घर में ही बंद कर रखता था। मृतक सुभाष जज और उनकी पत्नी से काफी परेशान था। जज और उनकी पत्नी न तो घर जाने देते थे।
न ही परिवार से संपर्क करने देते थे। सुभाष मेहरा की 2011-12 में अनुकंपा पर कोर्ट में नौकरी लगी थी। उसकी ड्यूटी एस. चलाना के पास थी। सुभाष की शादी नहीं हुई थी। करीब एक महीने पहले 10 नवंबर को जज एस. चलाना के घर में सुभाष मेहरा की जली हुई लाश मिली थी। जज के परिवार ने भांकरोटा पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। पुलिस इस मामले को सुसाइड मान रही थी। सुभाष मेहरा का शव मिलने के बाद से प्रदेश भर के न्यायिक कर्मचारी सड़कों पर उतरे हुए थे। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि सीबीआई से जांच करवाई जाए। परिवार को सहायता दी जाए। मामले में सोमवार को भी कोटा में न्यायिक कर्मचारियों ने अदालत चौराहे से भीतरिया कुंड तक करीब 10 किमी तक वाहन रैली निकाली। इस दौरान नारेबाजी की। कोटा में 30 नवंबर से कर्मचारियों ने काम बंद कर रखा है।
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