मिसाइलें तैयार…अभिनंदन की रिहाई का पूरा सच दुनिया के सामने, कांप रहा था पाकिस्तान
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के पायलट के पाकिस्तान में पकड़े और छोड़े जाने की कहानी बेहद दिलचस्प है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में भारत की कड़े रुख से खलबली थी। नौबत यहां तक आ गई थी कि पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान की भी भारत को शांत करने की कोशिशें बेअसर हो …
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के पायलट के पाकिस्तान में पकड़े और छोड़े जाने की कहानी बेहद दिलचस्प है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में भारत की कड़े रुख से खलबली थी। नौबत यहां तक आ गई थी कि पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान की भी भारत को शांत करने की कोशिशें बेअसर हो रही थीं। तब के घटनाक्रमों का खुलासा तत्कालीन उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने किया है।
बिसारिया बताते हैं, 'पुलवामा हमले के तुरंत बाद, मैं भारत आया और इससे पैदा हुई स्थिति की निगरानी कर रही टीम का सदस्य था। तब पाकिस्तान यह संदेश पहुंच रहा था कि अगर पायलट को वापस नहीं भेजा गया, तो भारत इस मामले को और बढ़ाने की कोशिश करेगा। पाकिस्तान से जो भी सुनने में आ रहा था और जो भी हमारी बातचीत हो रही थी, उससे हमें भरोसा हो गया था कि पायलट को लौटा दिया जएगा।'
उन्होंने आगे बताया, 'क्योंकि पाकिस्तान को यह पता था कि परिणाम गंभीर होने वाले हैं और इसके बाद पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी…।'
उन्होंने खुलासा किया कि इमरान खान ने भी भारत से संपर्क साधने की कोशिश की थी। इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भारत सरकार 'कत्ल की रात' की तैयारी कर चुकी थी। बिसारिया ने जानकारी दी, 'पीएम मोदी ने अपने भाषण में इसका जिक्र भी किया था। उन्होंने इस मामले के बारे बताया था, लेकिन इमरान खान ने भी पाकिस्तान की संसद में दिए अपने भाषण में इसपर बात की थी कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री से बातचीत की कोशिश की थी।'
उन्होंने आगे बताया, 'पाकिस्तान की संसद में भी इसकी बातचीत हुई थी, जिसकी जानकारी पाकिस्तान के सांसद को थी। उन्होंने बताया था कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और तत्कालीन सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने सांसदों को जानकारियां दी थी और कहा था कि गंभीर संकट पैदा हो रहा है और भारत कड़ा रुख अपना रहा है। ऐसे में हमें पायलट को लौटाना होगा…।'
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के विमान को तब विंग कमांडर रहे अभिनंदन वर्धमान ने तहस नहस कर दिया था। इस प्रक्रिया में उनका विमान पाकिस्तान क्षेत्र में प्रवेश कर गया और उन्हें पकड़ लिया गया था। हालांकि, भारत के कड़े रुख के चलते उन्हें कुछ दिनों में ही रिहा भी कर दिया गया था।