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Metro train : नोएडा से साहिबाबाद के बीच चलेगी मेट्रो खर्च होंगे 1,873 करोड़ रुपये
दिल्ली : नोएडा सेक्टर-62 से साहिबाबाद तक मेट्रो को दौड़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन) ने 5.017 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर के लिए डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को सौंप दी है। तीसरे चरण में बनने वाले मेट्रो के इस कॉरिडोर के निर्माण पर 1,873.31 करोड़ …
दिल्ली : नोएडा सेक्टर-62 से साहिबाबाद तक मेट्रो को दौड़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन) ने 5.017 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर के लिए डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को सौंप दी है। तीसरे चरण में बनने वाले मेट्रो के इस कॉरिडोर के निर्माण पर 1,873.31 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो जाने पर गाजियाबाद व साहिबाबाद से नोएडा आना-जाना आसान हो जाएगा।
नोएडा सेक्टर-62 से सीआईएसएफ रोड होते हुए मेट्रो को सड़क के बीच पिलर्स बनाकर कनावनी तक लाया जाएगा। इसके बाद वसुंधरा में इंदिरापुरम थाने की ओर रूट को मोड़ दिया जाएगा। जनसत्ता अपार्टमेंट के पास से वसुंधरा से-7 होते हुए यह कॉरिडोर साहिबाबाद गांव के सामने लिंक रोड तक पहुंचेगा।
सड़क के एक तरफ आरआरटीएस का साहिबाबाद स्टेशन होगा और दूसरी ओर मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा। दोनों ट्रेनों के स्टेशनों को जोड़ने के लिए फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा। इसके जरिए एक ट्रेन से उतरकर लोग दूसरी ट्रेन में सफर करने के लिए स्टेशन तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
जीडीए के मुख्य अभियंता मानवेंद्र सिंह ने बताया कि मेट्रो के तीसरे फेज की डीपीआर को अब जीडीए उपाध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। फंडिंग का इंतजाम होने के बाद मेट्रो के इस कॉरिडोर के निर्माण पर काम शुरू होगा। मेट्रो के इस कॉरिडोर की लागत करीब 356 करोड़ रुपये बढ़ गई है। करीब पांच साल पहले डीएमआरसी ने इसके लिए 1,517 करोड़ की डीपीआर बनाई थी।
7,690 वर्गमीटर निजी जमीन की जरूरत
मेट्रो के थर्ड फेज के कॉरिडोर में कुल 26,691 वर्ग मीटर जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसमें से 19,001 वर्गमीटर जमीन सरकारी विभागों की है, जबकि 7,690 वर्गमीटर जमीन निजी लोगों की है। ऐसे में प्राइवेट लोगों को मुआवजा देकर यह जमीन खरीदनी होगी। हालांकि जीडीए अधिकारियों का कहना है कि प्राइवेट जमीन खरीदने की बजाय वह स्टेशनों के प्रवेश और निकास के रास्ते इस तरह से बनाएंगे, ताकि बिना जमीन खरीदे ही काम चल जाए।
5.017 किमी रूट पर बनेंगे ये स्टेशन
वैभवखंड
डीपीएस इंदिरापुरम
शक्तिखंड
वसुंधरा से-7
साहिबाबाद