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एलजी और केंद्र सरकार के बीच लगातार ठनी हुई

Sonam
12 July 2023 4:44 AM GMT
एलजी और केंद्र सरकार के बीच लगातार ठनी हुई
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वित्तीय समस्याएं खड़ी करने वाले ऑफिसरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. एलजी और केंद्र गवर्नमेंट लगातार दिल्ली गवर्नमेंट के काम में रोड़े अटका रहे हैं.

दिल्ली में गत सप्ताहांत भारी बारिश के कारण स्थान जगह जलभराव होने के बाद उपराज्यपाल और गवर्नमेंट के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर प्रारम्भ हो गया है.

उपराज्यपाल वी।के। सक्सेना ने बोला कि नालों की उचित ढंग से सफाई नहीं किए जाने के कारण शहर को जलभराव की ‘‘वार्षिक परंपरा’’ का सामना करना पड़ा. आम आदमी पार्टी (आप) की गवर्नमेंट ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.

दिल्ली के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल की आलोचना करते हुए बोला कि वह ‘आप’ नीत गवर्नमेंट पर गुनाह मढ़ रहे हैं, जबकि उन्होंने (उपराज्यपाल ने) पूर्व में दावा किया था कि नालों से गाद निकाली गयी है और यमुना को साफ कर दिया गया है.

यमुना बाजार क्षेत्र में यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने की स्थिति का जायजा लेते हुए सक्सेना ने बोला कि अप्रत्याशित बारिश से निपटने के लिए पहले ही तैयारी की जानी चाहिए थी.

सक्सेना ने कहा, ‘‘दिल्ली के लोग जलभराव से परेशान हैं, जो एक वार्षिक परंपरा बन गयी है.

नालों की उचित ढंग से सफाई और जल संचयन नहीं किया जा रहा है. सालों से ऐसा नहीं किया गया है, जिसके कारण हर वर्ष जलभराव हो रहा है.’’

उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘यमुना और नजफगढ़ नाले से गाद नियमित रूप से निकाली जानी चाहिए, ताकि उनकी पानी के संग्रहण की क्षमता बढ़ सके. ऐसा नहीं किया गया, इसलिए दिल्ली में जलजमाव हुआ.’’

उपराज्यपाल ने यह भी बोला कि दिल्ली की जनसंख्या 2014 के बाद से 50 लाख तक बढ़ गयी है, लेकिन उसके अनुरूप सीवर लाइन और पानी की निकासी के लिए योजना नहीं बनायी गयी, जिसकी वजह से बारिश के बाद शहर में जलभराव की परेशानी उत्पन्न हो गई.

उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं यह सुनिश्चित करने का कोशिश करूंगा कि इस पर ध्यान दिया जाए, ताकि लोग हर वर्ष उनके सामने आने वाली इन समस्याओं से मुक्त हो सकें.’’

सक्सेना ने पिछले हफ्ते जलभराव के कारण बंद की गई प्रगति मैदान टनल, मिंटो ब्रिज और जखीरा अंडरपास का भी निरीक्षण किया और संबंधित एजेंसियों को खामियों को दूर करने का निर्देश दिया.

राजनिवास के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रगति मैदान में पानी के वापस बहने की परेशानी थी, जबकि मिंटो ब्रिज अंडरपास में एक सीवर लाइन टूटी हुई पाई गई. इसी तरह की परेशानी जखीरा अंडरपास में भी थी और उपराज्यपाल ने ऑफिसरों को इसे तुरंत ठीक करने का निर्देश दिया.’’

अधिकारियों ने बताया कि दौरे के बाद, सक्सेना ने जलजमाव की गंभीर स्थिति की समीक्षा करने और इससे निजात पाने के लिए व्यावहारिक निवारण को लेकर लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग और रेलवे के वरिष्ठ ऑफिसरों के साथ बैठक की.

उन्होंने बताया कि सक्सेना ने प्रगति मैदान सुरंग में जलभराव की समीक्षा के लिए हिंदुस्तान व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ एक और बैठक की तथा उन इंजीनियरिंग खामियों को ठीक करने के निर्देश जारी किए जिनके कारण जलभराव हुआ.

मंत्री भारद्वाज ने सिलसिलेवार ट्वीट कर उपराज्यपाल (एलजी) की आलोचना करते हुए बोला कि उन्हें ऐसे समय में ‘‘ओछी राजनीति’’ नहीं करनी चाहिए, जब लोग राहत की आशा कर रहे हैं.

उन्होंने पूछा, ‘‘क्या एलजी साहब ने यह दावा नहीं किया था कि उन्होंने सभी नालों से गाद निकलवाई और यमुना साफ करायी? क्या वह अपने कई दौरों पर मीडिया को साथ नहीं ले गए थे? अब क्या हुआ? अब वह बेशर्मी से दिल्ली गवर्नमेंट को उत्तरदायी ठहरा रहे हैं?’’

भारद्वाज दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के अध्यक्ष भी हैं, जो यमुना नदी की सफाई के लिए उत्तरदायी है.

उन्होंने कहा, ‘‘एलजी साहब ने पिछले एक वर्ष से डीजेबी को धन नहीं दिया है. वित्तीय समस्याएं खड़ी करने वाले ऑफिसरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. एलजी और केंद्र गवर्नमेंट लगातार दिल्ली गवर्नमेंट के काम में रोड़े अटका रहे हैं. उन्होंने माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी मानने से इनकार कर दिया है. कृपया दिल्ली गवर्नमेंट को काम करने दीजिए और अपनी ओछी राजनीति बंद कीजिए.’’

एक अन्य ट्वीट में भारद्वाज ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल दिल्ली की निर्वाचित गवर्नमेंट के कामकाज में ‘‘हस्तक्षेप’’ करते रहते हैं और इसके बजाय उन्हें कानून एवं प्रबंध की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जो उनका मुख्य काम है.

बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में भारद्वाज ने दावा किया, ‘‘एलजी ने गलती से अपने ही दावों का पर्दाफाश कर दिया और साबित कर दिया कि वह दिल्ली के नालों को साफ कराने का झूठा श्रेय ले रहे थे.’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘पिछले छह महीनों में उपराज्यपाल ने नजफगढ़ नाला, शाहदरा नाला और यमुना की सफाई का श्रेय लिया… अब वह इन नालों से गाद न निकालने का हवाला देकर जलभराव के लिए दिल्ली गवर्नमेंट को दोषी ठहरा रहे हैं.’’

भारद्वाज ने यह भी आरोप लगाया कि उपराज्यपाल के ‘‘चहेते अधिकारियों’’ ने दिल्ली गवर्नमेंट के काम में रोड़े अटकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

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