पीसीएस : पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या प्रकरण में उनके पति आलोक कुमार मौर्या ने साक्ष्यों के लिए जांच कमेटी से 20 दिन का समय मांगा है। आलोक बुधवार को भी कमेटी के समक्ष पेश हुए थे। आलोक ने पत्नी ज्योति पर अवैध रूप से लेनदेन का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत शासन में की है। नियुक्ति विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को जांच सौंपी है। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन की अध्यक्षता में एडीएम प्रशासन व एसीएम प्रथम की जांच कमेटी गठित कर दिया है। कमेटी ने पिछले दिनों ज्योति मौर्या और आलोक को नोटिस भेजा था। इस पर दोनों मंगलवार को जांच कमेटी के सामने पेश हुए थे। तब कमेटी ने आलोक से आरोपों के बाबत साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा था। आलोक ने साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए मांगा 20 दिन का समय भी आलोक मौर्या कमेटी के सामने प्रस्तुत हुए। आलोक ने कहा कि इसके लिए उन्हें 20 दिन का समय दिया जाए। इस पर कमेटी ने 28 अगस्त की तारीख निर्धारित की है। अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल बिंद का कहना है कि साक्ष्य देने के लिए आलोक ने समय मांगा है। सबूत मिलने के बाद ही आगे की जांच हो सकेगी।जांच कमेटी से 20 दिन का समय मांगा है। आलोक बुधवार को भी कमेटी के समक्ष पेश हुए थे। आलोक ने पत्नी ज्योति पर अवैध रूप से लेनदेन का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत शासन में की है। नियुक्ति विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को जांच सौंपी है। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन की अध्यक्षता में एडीएम प्रशासन व एसीएम प्रथम की जांच कमेटी गठित कर दिया है। कमेटी ने पिछले दिनों ज्योति मौर्या और आलोक को नोटिस भेजा था। इस पर दोनों मंगलवार को जांच कमेटी के सामने पेश हुए थे। तब कमेटी ने आलोक से आरोपों के बाबत साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा था। आलोक ने साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए मांगा 20 दिन का समय भी आलोक मौर्या कमेटी के सामने प्रस्तुत हुए। आलोक ने कहा कि इसके लिए उन्हें 20 दिन का समय दिया जाए। इस पर कमेटी ने 28 अगस्त की तारीख निर्धारित की है। अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल बिंद का कहना है कि साक्ष्य देने के लिए आलोक ने समय मांगा है। सबूत मिलने के बाद ही आगे की जांच हो सकेगी।