टेनरी विवाद मामले में पूर्व भाजपा नेता नारायण भदौरिया के खिलाफ फिर जांच हुई शुरू
कानपूर न्यूज़: टेनरी विवाद मामले में पूर्व भाजपा नेता नारायण सिंह भदौरिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार करके न्यायालय भेजा। मामले में उसी दिन ही आरोपी को जमानत मिल गई। इस पर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने उसके खिलाफ सोमवार रात पुन: जांच का आदेश देते हुए अपराधिक इतिहास खंगालने के निर्देश दिया है। किदवई नगर निवासी नारायण सिंह भदौरिया भले ही दूध का कारोबारी हो, लेकिन उसका रसूख किसी माफिया से कम नहीं है। हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के बाद वह एक्सपोज हुआ। भदौरिया भाजपा का जिला मंत्री था और उसे पार्टी ने निष्कासित कर दिया था। पूर्व भाजपा नेता नारायण के खिलाफ कई गम्भीर मुकदमें दर्ज हैं। इसके बावजूद अब तक उसकी हिस्ट्रशीट या उसके खिलाफ गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस आयुक्त का आदेश होते ही जाजमऊ के साथ ही किदवई नगर पुलिस अब फिर से नारायण सिंह का आपराधिक ब्योरा खोजना शुरू कर दिया है।
पूर्व भाजपा नेता नारायण के खिलाफ नौबस्ता में एफआईआर दर्ज है। वर्ष 2006 में उसके खिलाफ किदवई नगर थाने में मारपीट का मुकदमा दर्ज है। इसी तरह वर्ष 2012 में बाबूपुरवा में मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके साथ ही उसके खिलाफ शहर के अन्य थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। उसकी दबंगई पहली बार उस समय सुर्खियों में आई थी, जब वह भााजपा का जिला मंत्री रहते हुए हिस्ट्रीशीटर को पुलिस हिरासत से मुक्त करा लिया था। सूत्रों की माने तो पुलिस उसकी कॉल डिटेल जुटा रही है, जिसमें जानकारी मिली है कि भाजपा के कई नेताओं से उसका सम्पर्क है।
जाजमऊ पुलिस ने नारायण की कॉल डिटेल जांची। जिसमें शास्त्रीनगर में रहने वाले भाजपा व संघ के दिग्गज नेता की कॉल डिटेल मिली हैं। एक नए चुने हुए एमएलसी भी नारायण के सीधे संपर्क में है। पूर्व जेल मंत्री, संघ के कई बड़े पदाधिकारियों के नारायण के टच में हैं। कुछ पुलिस वालों के भी नाम सामने आए हैं। गौरतलब है कि, जाजमऊ की शालीमार टेनरी पर कब्जे को लेकर 13 जुलाई को दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। कब्जे को लेकर मारपीट और बवाल हुआ था। पुलिस की जांच में सामने आया है कि एक पक्ष से नारायण भदौरिया अपने गुंडों को लेकर टेनरी पर कब्जा कराने पहुंचा था। नारायण का वीडियो वायरल होने के बाद जाजमऊ पुलिस ने उसका नाम एफआईआर में खोलने के बाद गिरफ्तार किया था।
हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह, हत्या में सजायाफ्ता मुजरिम राज बल्लभ पांडेय, बर्रा विश्व बैंक का धीरू शर्मा, अपराधी रॉकी यादव, हत्या में जेल जा चुके छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष आशीष साहू समेत अन्य अपराधी नारायण के गिरोह से जुड़े हैं। कचहरी में नॉन प्रैक्टिशनर वकीलों का भी नारायण के पास एक बड़ा सिंडिकेट है जो शहर में सिर्फ जमीनों पर कब्जे और विवादित जमीनों की खरीद-फरोख्त करते हैं। डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि टेनरी कब्जा विवाद में नारायण सिंह भदौरिया को गिरफ्तार किया गया था। नारायण के आपराधिक मुकदमों को जुटाया जा रहा है। किदवई नगर और बाबूपुरवा थाने से भी उसके मुकदमों की डिटेल मांगी गई हैं। जांच के बाद नारायण के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।