जिस ढंग से केंद्र गवर्नमेंट महंगाई कम करने का काम कर रही है. वह दिन दूर नहीं जब हिंदुस्तान में गरीब लोगों की संख्या कम हो जाएगी. हाल ही में RBI ने बताया था कि राष्ट्र में महंगाई कंट्रोल में है. इसमें और सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण सभी कोशिशें की जा रही है. इस बीच पेट्रोल को लेकर भी एक बड़ी समाचार सामने आई है. बताया जा रहा है कि गवर्नमेंट पेट्रोल की मूल्य 15 रुपये प्रति लीटर करने पर काम कर रही है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को बोला कि गवर्नमेंट एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जिससे पेट्रोल की मूल्य 15 रुपये प्रति लीटर तक कम हो सकती है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने बोला कि 60 फीसदी इथेनॉल और 40 फीसदी बिजली का मिश्रण पेट्रोल की मूल्य को काफी कम कर सकता है. राजस्थान के प्रतापगढ़ में एक सभा को संबोधित करते हुए गडकरी ने बोला कि इस तरह के मिश्रण से प्रदूषण और आयात की लागत कम करने में भी सहायता मिलेगी.
भारत इस समय 16 लाख करोड़ का खरीद रहा तेल
केंद्रीय मंत्री ने बोला कि अभी हिंदुस्तान अपनी कमाई का काफी हिस्सा विदेशों से ऑयल खरीदने में खर्च कर दे रहा है. आयात की राशि 16 लाख करोड़ रुपये है. यदि पेट्रोल की मूल्य कम हो जाती है तो यह पैसा किसानों के घरों में जाएगा. गडकरी ने राष्ट्र भर के किसानों को सशक्त बनाने के अपने दृष्टिकोण को भी साझा किया और बोला कि गवर्नमेंट का लक्ष्य किसानों को अन्नदाता और ऊर्जादाता दोनों में बदलना है. गडकरी ने बोला कि वह अगस्त में टोयोटा की इनोवा कार लॉन्च कर रहे हैं, जिसमें 100 फीसदी फ्लेक्स फ्यूल इंजन होगा और यह 100 फीसदी इथेनॉल पर चलेगी. उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही सभी गाड़ी किसानों द्वारा उत्पादित इथेनॉल से चलेंगे.
कैसे पैदा होता है इथेनॉल
भारत में इथेनॉल गुड़ से प्राप्त होता है, जो चीनी का एक उप-उत्पाद है. वाहनों के लिए ईंधन के रूप में इथेनॉल का इस्तेमाल करने से राष्ट्र में गन्ने की खेती को बढ़ावा मिलेगा. नितिन गडकरी ने बोला कि गवर्नमेंट ने आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम करने की योजना तैयार की है. उन्होंने बोला कि उन्होंने पांच वर्ष के भीतर पेट्रोल और डीजल के इस्तेमाल को समाप्त करने की पहल की है.