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इंदौर : ट्रेन का ट्रायल रन, दो छात्राओं की मौत के बाद पहुंचे कैबिनेट मंत्री

29 Dec 2023 8:50 AM GMT
इंदौर : ट्रेन का ट्रायल रन, दो छात्राओं की मौत के बाद पहुंचे कैबिनेट मंत्री
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इंदौर देवास रेलवे लाइन पर दो छात्राओं की जान जाने के बाद कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट सांत्वना देने पहुंचे। गुरुवार को ट्रेन की चपेट में आने से दोनों बालिकाओं की जान गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि नए ट्रैक पर ट्रेनें बंद थी जिस वजह से छात्राएं उस पर चली गई। यदि रेलवे विभाग ट्रायल …

इंदौर देवास रेलवे लाइन पर दो छात्राओं की जान जाने के बाद कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट सांत्वना देने पहुंचे। गुरुवार को ट्रेन की चपेट में आने से दोनों बालिकाओं की जान गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि नए ट्रैक पर ट्रेनें बंद थी जिस वजह से छात्राएं उस पर चली गई। यदि रेलवे विभाग ट्रायल रन की जानकारी पहले देता तो बालिकाओं की जान बच सकती थी। हादसा तब हुआ जब बालिकाएं कोचिंग से अपने घर लौट रहीं थी। जिस ट्रैक पर घटना हुई है वहां पर ट्रेन का पहली बार ट्रायल रन था। हादसे के समय तीन छात्राएं बबली, राधिका और साधना साथ में थी। साधना आगे थी और बबली, राधिका पीछे थी जो ट्रेन की चपेट में आ गई। साधना बच गई। तीनों का घर सेटेलाइट जंक्शन कॉलोनी में है। शुक्रवार दोपहर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बबली पिता पन्नालाल मासरे और राधिका पिता दिनेश भास्कर की अर्थी उठी।
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चार लाख रुपए मदद राशि दी, भाई बहन की शिक्षा का खर्च उठाएंगे सिलावट
राज्य शासन के कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट आज सुबह भोपाल से सीधे इंदौर के एबी रोड स्थित कैलोद काकड़ पहुंचे। यहां उन्होंने बालिकाओं के निवास पर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने मृत बालिकाओं के परिजन से मिलकर ढांढस बंधाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इन बालिकाओं के परिजनों को सभी संभव मदद दी जाएगी। चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत कराई जा रही है। तात्कालिक राहत के रूप में एक-एक लाख रुपए की राशि प्रदान की गई है। साथ ही सिलावट ने कहा कि मृत बालिकाओं के चार भाई-बहनों की शिक्षा का खर्च मैं स्वयं वहन करूंगा।

दीवार बनाने के निर्देश दिए
सिलावट ने कहा कि मैं बबली की बहन शीतल, सोनू और भाई बादल तथा राधिका के भाई पीयूष के शिक्षण का खर्च उठाऊंगा। इसके बाद सिलावट एमवाय अस्पताल पहुंचे। यहां से उन्होंने मृत बालिकाओं के शव को पोस्टमार्टम के पश्चात एम्बुलेंस से उनके निवास पहुंचाया। परिजनों को अपने वाहन से उनके निवास भेजा। सिलावट ने कैलोद काकड़ गांव के समीप रेलवे ट्रेक के पास में सुरक्षा के दृष्टिकोण से शीघ्र ही दीवार बनाए जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

नोट- खबरों की अपडेट के लिए जनता से रिश्ता पर बने रहे।

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