
दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद वरुण गांधी के तेवर तल्ख हैं. इस बात कि चर्चा तो पहले से ही होती रही है कि 2024 के चुनाव में क्या बीजेपी वरुण गांधी को टिकट देगी? अब ये सवाल और गहरे हो गए हैं. दो दिन के दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे वरुण ने अपनी ही पार्टी के नारों, सरकारी योजनाओं की स्थिति और भ्रष्टाचार-बेरोजगारी को लेकर सवाल उठाए हैं.
वरुण गांधी के ताजा तेवर को इस बात का संकेत माना जा रहा है कि वह अपनी अलग लकीर खींचने के मूड में हैं. दरअसल, वरुण गांधी ने कहा है कि जो लोग लोन नहीं जमा कर पाएंगे, उनकी संपत्ति की कुर्की होगी. उनकी संपत्ति नीलाम होगी. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अब मैं पूछना चाहता हूं कि इसका इलाज क्या है? केवल नारे? वरुण ने आगे कहा कि जय श्रीराम, भारत माता की जय इससे हो जाएगा काम?
उन्होंने आगे ये भी कहा कि मैं भारत माता को अपनी मां मानता हूं. मैं हनुमानजी का भक्त हूं, भगवान राम को अपना इष्ट मानता हूं. बीजेपी सांसद ने कहा कि लेकिन मैं आपसे एक बात पूछना चाहता हूं. आज जो बुनियादी समस्याएं हैं, उससे हर व्यक्ति ग्रसित है. उन्होंने कहा कि क्या उसका हल नारों से होगा या नीतिगत सुधार से होगा?
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने उज्ज्वला योजना को लेकर अपनी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सात करोड़ लोगों को सिलेंडर दिया गया. अब ये सिलेंडर लोग दोबारा नहीं भरवा पाए. वरुण ने कहा कि 1100 रुपये के सिलेंडर का आम आदमी क्या करे. उन्होंने बेरोजगारी को लेकर भी सरकार को घेरा और कहा कि आज 90 फीसदी नौकरियां संविदा पर दी जा रही हैं जिसका मतलब है जब मन तब रख लिया, जब चाहे फेंक दिया.
वरुण गांधी ने कहा कि इस समय सरकारी विभागों में एक करोड़ पद खाली हैं. ये मेरा नहीं, सरकार का आंकड़ा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इन खाली पदों को आप क्यों नहीं भरना चाहते? आप पैसा बचाना चाहते हो लेकिन सरकार का काम बिजनेस करना नहीं, जो लोग अपने से खड़े नहीं हो पा रहे, उनका दोनों हाथ पकड़कर अपने कंधे पर रख खड़ा कराना है. वरुण गांधी ने संसद में लाए अपने प्राइवेट मेंबर बिल का जिक्र करते हुए कहा कि पहले एक करोड़ रिक्त पदों को तो भरिए.