भारत

HRTC News: एचआरटीसी बसों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जरूरी

Shantanu Roy
30 April 2025 10:06 AM GMT
HRTC News: एचआरटीसी बसों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जरूरी
x
Shimla. शिमला। एचआरटीसी की सभी बसों में अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगानी होगी। परिवहन विभाग ने परिवहन निगम को इस संबंध में सख्त हिदायत दी है और कहा है कि ऐसा नहीं होने पर बसों के चालान किए जाएंगे। खासकर शिमला में तो आरटीओ ने बसों को रोककर चालकों को हिदायतें दी हैं, वहीं इनके आरएम को भी निर्देश दिए हैं। बताया जाता है कि इसके बाद पथ परिवहन निगम ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट चरणबद्ध ढंग से लगाने का काम शुरू कर दिया है। गौर हो कि एचआरटीसी की बसें अभी तब बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के ही दौड़ रही हैं। नियमों का पता होने के बावजूद परिवहन निगम ने इसकी अनुपालना नहीं की है, जिससे अब परिवहन विभाग नाराज है और उसने कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी तक सरकारी बसें होने के चलते इनके चालान काटने की कार्रवाई नहीं हो रही है, मगर अब इनको भी बख्शा नहीं जाएगा। ई-डिटेक्शन सिस्टम लागू होने के बाद इसे अनिवार्य कर
दिया गया है।

हाल ही में आरटीओ शिमला अनिल शर्मा की टीम ने नाके के दौरान शिमला के उप नगर टुटू में एचआरटीसी की बसों को रोका और नंबर प्लेट के बारे में पूछा। इसके बाद विभाग ने इस मामले को एचआरटीसी प्रबंधन के समक्ष उठाया। निगम प्रबंधन ने इसके लिए अब अधिकारी की तैनाती कर दी है। पूरे प्रदेश में एचआरटीसी की जितनी भी बसें हैं, उन सब में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जाएगी। चरणबद्ध तरीके से यह कार्य किया जाएगा, जिसके लिए पथ परिवहन निगम ने किसी कंपनी से बात की है। निगम ने आश्वस्त किया है कि अगले कुछ दिनों में इस काम को पूरा कर देंगे। बता दें कि यदि किसी वाहन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगी है, तो उनका केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 192 के तहत चालान होता है। ई-डिटेक्शन सिस्टम एक ऐसा अत्याधुनिक निगरानी तंत्र है, जिसे विशेष रूप से हाइवे पर गाड़ी चलाते समय कागजातों की जांच करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सिस्टम सीसीटीवी कैमरों और अन्य तकनीकी उपकरणों का उपयोग करके टोल प्लाजा पर गुजरने वाली हर गाड़ी के दस्तावेजों की जांच करता है। बता दें कि पथ परिवहन निगम के पास 2500 से ज्यादा बसें हैं और अभी किसी भी बस में मानकों के अनुसार इस तरह की नंबर प्लेट्स नहीं लगाई गई हैं, जबकि यह जरूरी प्रक्रिया है। देखना होगा कि कब तक यह काम पूरा हो पाता है।
Next Story