शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निगम-बोर्डों में भी जल्द ही नियुक्तियां करने के संकेत दिए हैं। इसके तहत ऐसे कार्यकर्त्ताओं को तवज्जो दी जाएगी, जो बीते 20-25 वर्षों से संगठन का झंडा उठाते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई और युवा कांग्रेस से निकल कर कई कार्यकर्त्ता संगठन में आगे आए हैं। मुख्यमंत्री ने रविवार को ओकओवर में कहा कि कांग्रेस पार्टी व सरकार व्यवस्था परिवर्तन के दौर से गुजर रही है और आने वाले समय में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था परिवर्तन से हिमाचल प्रदेश में विकास की गति तेज होगी और हिमाचल प्रदेश की जनता को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी 10 में से 3 गारंटियों को पूरा कर दिया है। मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक में सरकारी कर्मचारियों के मान-सम्मान को बहाल करते हुए पुरानी पैंशन स्कीम को लागू किया गया। 680 करोड़ रुपए की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्टअप योजना के पहले चरण की शुरूआत हो चुकी है।
जिसके तहत ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत सबसिडी के साथ-साथ युवाओं को निश्चित आय सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ-साथ शिक्षा में व्यापक सुधार का वायदा पूरा करते हुए अगले शैक्षणिक सत्र से सभी सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी अनिवार्य कर दी जाएगी। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए आने वाले समय में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। सीएम ने कहा कि प्रदेश आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। सीएम ने कहा कि पूर्व सरकार की गलत नितियों से हिमाचल प्रदेश शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र के पिछड़ गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नई सोच के साथ आगे बढ़ रही है। इसका आने वाले समय में प्रदेशवासियों को लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार की विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर सरकार अपनी योजनाओं का प्रचार करती है।