अपनी ही पार्टी को दी नसीहत, कांग्रेस नेता ने ये क्या कह दिया
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का विचार पार्टी के ही नेताओं को हजम नहीं हो रहा है। महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यात्रा पर सवाल उठा दिए हैं। उनका कहना है कि एक ओर जहां दूसरी पार्टियां 2024 चुनाव की तैयारियां …
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का विचार पार्टी के ही नेताओं को हजम नहीं हो रहा है। महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यात्रा पर सवाल उठा दिए हैं। उनका कहना है कि एक ओर जहां दूसरी पार्टियां 2024 चुनाव की तैयारियां कर रही हैं, कांग्रेस पर्यटन कर रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में आचार्य प्रमोद ने राहुल गांधी की यात्रा को 2029 लोकसभा चुनाव की तैयारी करार दिया है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी में हमारे ऐसे सब महान समझदार नेता है। एक तरफ देश का 2024 का महाभारत सज रहा है, दूसरी तरफ पार्टी राजनीतिक पर्यटन कर रही है। असल में हम 2024 के बाद सोचेंगे कि 2024 में जीतना कैसे है।'
उन्होंने कहा, 'ऐसा लग रहा है कि हम खुद को 2029 लोकसभा चुनावों के लिए तैयार कर रहे हैं। अगर हम 2024 के लिए तैयारी कर रहे होते, तो ऐसा नहीं होता।'
राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' ने सोमवार को किशनगंज के रास्ते बिहार में प्रवेश किया। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बिहार में राहुल गांधी का स्वागत किया। यह 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के बाद गांधी की पहली बिहार यात्रा है।
सोमवार को राहुल ने यात्रा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, '…हिंदुस्तान की राजनीति पर यात्रा का बहुत बड़ा असर पड़ा। एक विचारधारा जो भाजपा देश के सामने रोज रखती है, नफरत, हिंसा। उसके खिलाफ एक नई विचारधारा खड़ी हुई, मोहब्बत… जितनी भी कोशिश कर लो नफरत को नफरत नहीं काट सकती, नफरत को सिर्फ प्यार काट सकता है…।'
'न्याय यात्रा' ने ऐसे समय में राज्य में प्रवेश किया जब कांग्रेस के पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दिन पहले फिर से पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापस चले गए।