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पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने 68 की उम्र में रचाई तीसरी शादी

Harrison
4 Sep 2023 1:28 PM GMT
पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने 68 की उम्र में रचाई तीसरी शादी
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लंदन में शानदार दावत दी.
लंदन | देश के टॉप वकील और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने त्रायना से तीसरी शादी रचाने के बाद लंदन में शानदार दावत दी, जिसमें जानी मानी हस्तियां शामिल हुईं. साल्वे ने दूसरी शादी कैरोलिन ब्रोसार्ड से वर्ष 2020 में की थी लेकिन फिर तलाक रचाने के बाद ये शादी रचाई है. साल्वे सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं और देश के सबसे जाने माने वकीलों में शुमार किये जाते हैं. कई हाई प्रोफाइल केस लड़ने वाले साल्वे को देश ही नहीं दुनिया के सबसे महंगे वकीलों में शुमार किया जाता है.
साल्वे ने पहली शादी मीनाक्षी से की थी. शादी के करीब तीन दशक के बाद उन्होंने जून 2020 में पहली पत्नी से तलाक लिया था. इस शादी से उनकी दो बेटियां साक्षी और सानियां हैं. देश के कई बड़े औद्योगिक ग्रुप उनके क्लायंट्स में आते हैं. वर्ष 2015 में उन्हें पद्म भूषण अवार्ड मिला था.
हरीश साल्वे पाकिस्तान के जेल में बंद कुलभूषण जाधव के भी वकील रहे हैं. इंटरनेशल कोर्ट में उसका केस महज एक रुपए की फीस पर लड़ा था.
साल्वे जाने माने सीनियर एडवोकेट हैं. सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर रह चुके हैं. साल 2015 में बॉलीवुड स्टार सलमान खान को सजा होने के कुछ घंटे बाद ही साल्वे ने अपने तर्क से उन्हें जमानत दिला दी थी.
22 जून 1955 को महाराष्ट्र में जन्मे साल्वे मूलरूप से नागपुर के रहने वाले हैं. उनके दादा पीके साल्वे भी दिग्गज क्रिमिनल लॉयर रह चुके हैं. उनके पिता एन के पी साल्वे कांग्रेस के नेता और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. साथ ही वह भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष भी थे. उनकी मां अंब्रिती साल्वे एक डॉक्टर थीं.
कॉमर्स में ग्रैजुएट होने के बाद साल्वे ने सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) की पढ़ाई शुरु की. सीए बनने के बाद वह कराधान विशेषज्ञ बने. उन्होंने कानूनी करियर की शुरुआत 1980 में की थी.
शुरुआती दिनों में हरीश साल्वे अपनी टैक्स लॉयर नानी के जूनियर के तौर पर काम करके कानूनी दाव-पेंच सीखते थे. साल 1976 में उन्होंने दिग्गज एडवोकेट सोली सोराबजी की देखरेख में प्रेक्टिस शुरू की थी. बाद में वह दिल्ली पहुंचे और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे.
दूसरी बार सॉलिसिटर जनरल का पद ठुकरा दिया
साल 1992 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से ‘सीनियर एडवोकेट’ की पदवी मिली. साल 1999 में उन्हें सॉलिसिटर बनाया गया, हालांकि साल 2002 में उन्होंने दूसरी बार मिल रहे इस ऑफर को ठुकरा दिया था. दिल्ली के भगवान दास रोड के व्हाइट हाउस में उनका दफ्तर है. वह कुलीन पालम मार्ग की 800 गज की कोठी में रहते हैं. इसकी कीमत 100 करोड़ रुपए बताई जाती है.
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