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Hamirpur में बंदरों के बढ़े हमलों से वन विभाग भी चिंतित

Shantanu Roy
26 Sep 2024 12:06 PM GMT
Hamirpur में बंदरों के बढ़े हमलों से वन विभाग भी चिंतित
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Hamirpur. हमीरपुर। जिला के कई इलाकों में बंदर हिंसक होते जा रहे हैं जोकि मानव जीवन के लिए भी खतरा बने हुए हैं। आस्था के प्रतीक बंदर कई जगहों पर लोगों को जानलेवा हमला कर घायल कर चुके हैं। इनका खौफ इतना है कि लोग इन्हें भगाने के लिए पहले एकजुट होते हैं, ताकि बंदर इंसान की संख्या देखकर भाग जाएं। कई बार तो हाथों में डंडे लेकर इन्हें भगाना पड़ता है। अकेला व्यक्ति तो बंदरों को भगा ही नहीं सकता। बंदर इक_े होकर झुंड में हमला कर देते हैं। वन विभाग के पास भी ऐसी कई शिकायत मिल रही हैं। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अब वन विभाग ऐसी जगहों को चिन्हित करने जा रहा है जहां पर बंदर हिंसक होते जा रहे हैं। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर बंदरों को पकडऩे का अभियान
शुरू किया जाएगा।

बंदरों को पकडक़र घने जंगलों में छोड़ा जाएगा। वर्तमान हालात ऐसे हैं कि बंदरों को न तो इंसान और न ही कुत्तों का कोई खौफ रहा है। लोगों द्वारा घरों में रखे गए पालतू कुत्तों को भी बंदर पीट रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जिन लोगों के पुराने रिहायशी मकान हैं उनमें ये बंदर छत से स्लेट हटाकर प्रवेश कर अंदर तबाही मचा रहे हैं। खाद्य वस्तुएं भी लोगों को अलमारी में ताला लगाकर रखनी पड़ रही है। डीएफओ हमीरपुर अंकित कुमार सिंह ने बताया कि भगोट क्षेत्र में बुजुर्ग महिला पर बंदरों द्वारा किए गए हमले के बाद टीम को मौके पर भेजा गया था। टीम के माध्यम से फाइनल रिपोर्ट विभाग को सौंपी जानी है। उन्होंने बताया कि कई जगहों पर बंदरों के हिंसक होने की सूचना मिली है। ऐसी जगहों को चिन्हित किया जा रहा है। जगहों को आईडेंटिफाई करने के बाद बंदरों को वहां से
हटाया जाएगा।

यही नहीं यदि इन बंदरों को खाने के लिए कुछ न मिले तो यह हिंसक हो रहे हैं तथा इंसान के लिए घातक सिद्ध हो रहे हैं। हाल ही में ग्राम पंचायत ऊखली के तहत आने वाले भगोट क्षेत्र की बुजुर्ग महिला पर बंदरों ने जानलेवा हमला कर दिया था। हमले में महिला को बुरी तरह से जख्मी हो गई है। महिला के शरीर के कई हिस्सों पर बंदरों ने काटा है। इस वजह से भगोट क्षेत्र सहित पूरी ऊखली पंचायत में बंदरों की दशहत है। भगोट गांव में बंदरों के हमले का मामला उजागर होने के बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने भी घटनास्थल का दौरा किया है। वन विभाग के कर्मचारी अब उच्चाधिकारियों को
रिपोर्ट भेजेंगे।

फाइनल रिपोर्ट मिलने के उपरांत वन विभाग की तरफ से मामले में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विभाग का दावा है कि यदि बंदर हिंसक हो गए हैं तो इन्हें यहां से हटाकर घंटे जंगल में पहुंचाया जाएगा। वर्तमान में सरकार ने बंदरों की नसबंदी की योजना चला रखी है कि लेकिन उसमें नियमावली के अनुरूप बंदरों को उसी जगह पर छोडऩा पड़ता है जहां से उठाए गए हों। यह जरूर है कि यदि बंदरों के हिंसक होने की पुष्टि हो जाए तो विभाग इन्हें यहां से ले जाकर किसी घने जंगल में छोड़ सकता है। फाइनल रिपोर्ट मिलने के उपरांत वन विभाग की तरफ से मामले में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विभाग का दावा है कि यदि बंदर हिंसक हो गए हैं तो हटाया जाएगा।
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