शिमला। व्हाइट क्रिसमस की चाह लिए सैलानी राजधानी पहुंच रहे हैं। वैसे भी विंटर सीजन शुरू हो चुका है। हर साल हिल्स क्वीन में सैलानी बर्फ देखने के लिए लाखों में पहुंचते है। क्रिसमस को अब थोड़े ही दिन बचे हैं। ऐसे में मौसम का साथ रहा है तो सैलानियों को इस बार व्हाइट क्रिसमस …
शिमला। व्हाइट क्रिसमस की चाह लिए सैलानी राजधानी पहुंच रहे हैं। वैसे भी विंटर सीजन शुरू हो चुका है। हर साल हिल्स क्वीन में सैलानी बर्फ देखने के लिए लाखों में पहुंचते है। क्रिसमस को अब थोड़े ही दिन बचे हैं। ऐसे में मौसम का साथ रहा है तो सैलानियों को इस बार व्हाइट क्रिसमस मनाने का मिल जाएगा। दूसरी तरफ सैलानी की बाढ़ के आगे पहाड़ों की सडक़ें छोटी पडऩी शुरू हो गई हैं। इन दिनों पर्यटकों की आमद बढऩे से जाम की स्थिति विकराल हो गई है। ऐसे में लोगों का मिनटों का सफर घंटों में तय हो रहा है। जाम खासकर पुराना बस स्टैंड से क्रॉसिंग, लक्कड़ बाजार से संजौली सहित कार्ड रोड में लग रहा है।
ऐसा नहीं की, पुलिस के जवान यहां पर सडक़ों में तैनात नहीं होते है। पुलिस के जवान तैनात होते है, लेकिन एकदम से जब सैलानियों की एक साथ बहुत सारी गाडिय़ां यहां पहुंच जाती है तो की स्थिति विकराल होती है। ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ आने वाले मेहमानों को यहां पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वैसे पुलिस प्रशासन सैलानियों को बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन सडक़ें छोटी और स्मार्ट सिटी के कार्य के चलते दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। रही सही कसर सडक़ों पर हर कहीं गाडिय़ां पार्क करने से पूरी हो रही है। सडक़ किनारे पार्क गाडिय़ों से भी जाम लग रहा है। सबसे बड़ी बात है कि प्रशासन को पर्यटक सीजन से निपटना आसान नहीं है। ऐसे में अभी भी कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।