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खाद्य उत्पादों को बेचने में डिजीटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल करें उधमी: मनोहर लाल

Shantanu Roy
17 Sep 2023 11:19 AM GMT
खाद्य उत्पादों को बेचने में डिजीटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल करें उधमी: मनोहर लाल
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सिरसा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को अपने सिरसा प्रवास के दौरान लघु सचिवालय परिसर से ‘सी.एम. की विशेष चर्चा’ कार्यक्रम के अंतर्गत ऑडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से फूड प्रोसेसिंग उद्योग से जुड़े लाभार्थियों से सीधा संवाद किया। विशेष बात यह है कि अपने इस साप्ताहिक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लाभार्थियों से मिलने वाले सुझावों एवं समस्याओं को लेकर तत्काल विभगाीय अधिकारियों को निर्देश भी दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्याओं को सुनते हुए उनका समाधान किया। विशेष बात यह है कि इस दौरान उन्होंने जिला में चल रही योजनाओं व परियोजनाओं की भी समीक्षा की। इस मौके पर सिरसा के विधायक गोपाल कांडा, भाजपा के जिला प्रभारी अमरपाल राणा, जिलाध्यक्ष आदित्य देवीलाल, वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश चोपड़ा, प्रदीप रातुसरिया, उपायुक्त पार्थ गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण सहित पार्टी के अनेक पदाधिकारी व अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े लाभार्थियों से आग्रह करते हुए कहा कि वे वर्तमान दौर में अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए डिजीटल मंच का अत्याधिक उपयोग करते हुए एक सफल उद्यमी के तौर पर स्वयं को स्थापित करें। उन्होंने कहा कि आज भारतीय इंडस्ट्री 4.0 के इस दौर में डिजीटल रिवोल्यूशन का चेहरा बनी हुई है। फूड प्रोसैसिंग में भी इसका कारगर उपयोग हो रहा है। विशेषकर उत्पादों को बेचने में डिजीटल प्लेटफार्म बहुत उपयोगी साबित हो रहे हैं। ज्यादातर उपभोक्ता कोई भी खाने पीने की चीज खरीदने के समय उसकी ऑनलाइन उपलब्धतता तलाश करते हैं। इसलिए फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री से जुड़े सभी लोग भी डिजीटल मंच का उपयोग कर अपने उत्पाद सीधे ही उपभोक्ताओं को बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री बड़ी तेजी से विकसित हो रही है।
आज बढ़ती जनसंख्या, बढ़ते शहरीकरण और स्वास्थ्य के प्रति सचेत उपभोक्ता के कारण उच्च कोटि के पदार्थों की मांग निरंतर बढ़ रही है। देश में वर्ष 2022 में फूड प्रोसैसिंग उद्योग 26 लाख करोड़ रुपए का था, जो अगले 3 वर्षों में बढक़र 35 लाख करोड़ रुपए तक होने की उम्मीद है। इसलिए इस उद्योग में निवेश व विकास की व्यापक संभावनाएं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी उद्यमियों का कृषि प्रधान प्रदेश हरियाणा में फूड प्रोसैसिंग उद्योग को नए आयाम देने के लिए धन्यवाद भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने उद्योग लगाकर न केवल हरियाणा के औद्योगिक क्षेत्र के विकास में, बल्कि रोजगार बढ़ाने सहित लाखों किसानों की आय बढ़ाने में भी योगदान दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले 9 वर्षों में प्रदेश में ऐसा माहौल बनाया है, जिसमें कारोबार करना आसान हो गया है, विभिन्न विभागों से अनुमति लेना सरल बना दिया गया है। हरियाणा कृषि व्यवसाय एवं खाद्य प्रसंस्करण नीति अधिसूचित करने के साथ-साथ, प्रदेश में फूड प्रोसैसिंग इकाइयों की स्थापना के लिए अनेकों प्रकार की सब्सिडी एवं करोड़ों रुपए का सहायता अनुदान दिया जा रहा है। परिणामस्वरूप, हरियाणा में अब तक लगभग 28 हजार फूड प्रोसैसिंग यूनिट लग चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री के लाभार्थियों से सीधा संवाद करते हुए ऐसे सभी उद्यमियों से आग्रह किया कि वे एम.एस.एम.ई. का लाभ उठाकर अपने उद्योग को तेजी से आगे बढ़ाएं। साथ ही हरियाणा प्रदेश द्वारा उद्यम एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति का भी लाभ उठाएं।
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