इंजीनियर का कारनामा: 6 भाप इंजन को कबाड़ बनाकर बेचा, महिला कॉन्स्टेबल ने खोल दी पोलपट्टी
बिहार। बिहार (Bihar) के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन (Purnia Court Station) से पुरानी भाप इंजन बेचे जाने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है. मामले की जांच कर रही आरपीएफ, विजिलेंस और रेलवे बोर्ड की टीम को जांच में पता चला है कि कोर्ट स्टेशन से एक नहीं बल्कि छह इंजन गायब हैं. रेलवे इंजन को स्क्रैप बनाकर बेचे जाने के इस मामले की जांच कर रही टीम को शक है कि सभी इंजनों को डीजल सेड के इंजीनियर ने स्क्रैप कारोबारी के साथ मिलकर गायब कर दिया है. बताया जा रहा है कि गायब सभी भाप इंजन के स्क्रैप की कीमत अब करोड़ों रुपए हैं. मामले में आरपीएफ आईजी सर्वप्रिय मयंक ने कहा कि जांच में कई तरह की बातें सामने आ रही है. पूर्णिया से और भी सक्रैप गायब हैं. सभी बिंदूओं पर जांच की जा रही है
बताया जा रहा है कि करीब 20 साल पहले अलग-अलग स्टेशन से लाकर 6 भाप इंजन को कोर्ट स्टेशन पर रखा गया था. लेकिन अब यहां से सभी इंजन गायब हैं. इसके बारे में रेलवे के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है. कहा जा रहा है कि सभी इंजन को स्क्रैप बनाकर बेच दिया गया है. इधर मामले का मास्टर माइंड सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरआर झा रेल कर्मी सुशील यादव अभी तक फरार है. मामला उजागर होने के इतने दिनों के बाद भी दोनों पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
बताया जा रहा है कि 14 दिसंबर 2021 को पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन के पास पुराने भाप चलित इंजन को गैस कटर से कटवाते हुए इंजीनियर राजीव रंजन झा और उनके सहायक मिले. इसके बाद जब ड्यूटी पर तैनात एक महिला कॉन्स्टेबल संगीता कुमार को इसके बारी में सूचना मिली तो उन्होंने RPF इंस्पेक्टर को इस संबंध में जानकारी दी. आरपीएफ इंस्पेक्टर एमएम रहमान जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि इंजीनियर राजीव रंजन इंजन को कटवा रहे हैं,
आरपीएफ के इंस्पेक्टर ने जब उनसे पूछा तो इंजीनियर ने डीएमई कार्यालय का फर्जी पत्र दिखाकर बता दिया की इसे स्क्रैप के तौर पर बेच दिया गया है, लेकिन जब उन्होंने आवक-रजिस्टर पर एक पिक वाहन की एंट्री देखी तो उनका शक और बढ़ गया. इसके बाद उन्होंने इसकी और जानकारी जुटाई तो मामला सामने आया. जिसके बाद से ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरआर झा रेल कर्मी सुशील यादव फरार हैं.