मुश्किल में बुजुर्ग: पुलिस ने कसा शिकंजा, बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होने उठाया ये कदम
नई दिल्ली: अपने इकलौते बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए एक बुजुर्ग की ओर से अमेरिका का वीजा पाने के लिए आवेदन किया गया था। जांच में आवेदन के साथ लगाया गया दस्तावेज फर्जी पाया गया। चाणक्यपुरी थाने में बुजुर्ग और फर्जी दस्तावेज मुहैया करने वाले आरोपी पर केस दर्ज किया गया …
नई दिल्ली: अपने इकलौते बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए एक बुजुर्ग की ओर से अमेरिका का वीजा पाने के लिए आवेदन किया गया था। जांच में आवेदन के साथ लगाया गया दस्तावेज फर्जी पाया गया। चाणक्यपुरी थाने में बुजुर्ग और फर्जी दस्तावेज मुहैया करने वाले आरोपी पर केस दर्ज किया गया है। दरअसल, किसी भी वीजा आवेदन के दस्तावेजों की जांच के लिए दूतावास की अपनी शाखा है। इस जांच में पाया गया कि कुलभूषण ने वीजा आवेदन के साथ विदेश मंत्रालय का लेटर हेड भी लगाया गया था, जिसमें वीजा जल्द दिलाने की अनुशंसा की गई थी, लेकिन यह लेटर हेड फर्जी पाया गया।
साक्षात्कार के दौरान कुलभूषण ने इसे स्वीकार किया। उसने बताया कि अक्षय कुमार नाम के शख्स ने बताया कि वह केंद्रीय गृह मंत्रालय में काम करता है और जल्द वीजा दिलवा देगा। उसने विदेश मंत्रालय में अपनी पहचान का भी हवाला दिया। कुलभूषण ने स्वीकार कर लिया तो दूतावास के अधिकारी एरिक सी मोलटर्स ने पांच सितंबर को चाणक्यपुरी थाने में शिकायत दी, जिस पर 11 दिसंबर को एफआईआर दर्ज कर ली गई। वहीं, अमेरिका में शव का अंतिम संस्कार होने के बाद अस्थियों को पंजाब के जालंधर शहर भेज दिया गया। हालांकि, अभी तक पुलिस ने बुजुर्ग समेत दूसरे आरोपी को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है।
63 वर्षीय कुलभूषण राय पंजाब के जालंधर शहर में रहते हैं। उनका इकलौता बेटा केशव शर्मा न्यूयॉर्क स्थित सॉफ्टवेयर फर्म में नौकरी करता था। बीते साल पांच अगस्त को 29 वर्षीय केशव की मौत हो गई थी। शव को स्थानीय अंतिम संस्कार गृह में रखवा दिया गया। इसके साथ ही न्यूयॉर्क प्रशासन की तरफ से इस मृत्यु की सूचना प्रमाणपत्र के जरिए परिजनों को दी गई। साथ ही अंतिम संस्कार की तारीख नौ सितंबर तय कर दी गई। कुलभूषण ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ अमेरिका जाने की तैयारी की। उन्होंने चाणक्यपुरी स्थित अमेरिकी दूतावास में वीजा के लिए आवेदन किया। इसके साथ ही कुछ जरूरी दस्तावेज भी लगाए, ताकि जल्दी वीजा मिल जाए। परिजन अमेरिका नहीं पहुंच पाए तो स्थानीय प्रशासन ने केशव के शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।