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मणिपुर हिंसा पर विस्तृत चर्चा की मांग, राज्यसभा में हंगामा, सदन की कार्यवाही स्थगित

jantaserishta.com
20 July 2023 8:03 AM GMT
मणिपुर हिंसा पर विस्तृत चर्चा की मांग, राज्यसभा में हंगामा, सदन की कार्यवाही स्थगित
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नई दिल्ली: मणिपुर मुद्दे पर हंगामे के बाद राज्यसभा में सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। कांग्रेस समेत अधिकांश विपक्षी दल मणिपुर में जारी हिंसा के मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा की मांग कर रहे थे।
विपक्ष का कहना था कि नियम संख्या 267 के अंतर्गत अन्य सभी कार्यों को स्थगित करके राज्यसभा में मणिपुर हिंसा पर चर्चा की जाए। विपक्ष के सदस्यों ने यह मांग भी रखी कि मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री सदन में आकर बयान दें। वहीं मणिपुर मुद्दे पर सरकार और सभापति शॉर्ट डिस्कशन पर राजी थे। लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री द्वारा मणिपुर मुद्दे पर सदन में बयान और इस विषय पर विस्तृत चर्चा की मांग करता रहा।
शॉर्ट डिस्कशन की बात सुनकर टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को मणिपुर वीडियो पर बोलना होगा, वह अब चुप नहीं रह सकते। वहीं इस मुद्दे पर सभापति और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के बीच सदन में नोकझोंक हुई। कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सॉरी लेकिन आप प्रकिया और नियमों की बात कर रहे हैं। इसपर धनखड़ ने कहा कि इसमें 'सॉरी' यानी कि गलत क्या है। जवाब में खरगे ने कहा कि कि मैं प्रक्रिया का पालन करता हूं, तभी अपनी अंगुली उठाई। वहीं धनखड़ ने कहा कि सबको प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।
वहीं राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल का कहना है कि विपक्ष के रवैये को देखने के बाद यह स्पष्ट है कि उन्होंने संसद नहीं चलने देने का मन बना लिया है। पीयूष गोयल ने कहा कि राज्यसभा में सरकार ने स्पष्ट किया कि हम मणिपुर की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। बावजूद इसके कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं और इन्होंने सदन में नियमों के अनुसार चर्चा नहीं होने दी।
गोयल ने कहा कि इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि विपक्ष बिल्कुल नहीं चाहता कि संसद चले। वहीं टीएमसी के सांसद डैरेक ओ ब्रायन का कहना था कि मणिपुर के मुद्दे पर राज्यसभा में तुरंत चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा करने की जरूरत है। डैरेक ओ ब्रायन ने संसद की कार्यवाही के नियम 267 का हवाला देते हुए कहा कि इस नियम के अंतर्गत चर्चा के लिए किसी भी बिजनेस को सस्पेंड किया जा सकता है।
विपक्ष का कहना था कि फिलहाल हम सदन में केवल मणिपुर पर चर्चा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में कैसे कोई पीएम चुप रह सकता है। बाद में इस विषय पर सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा किए गए शोर और हंगामे के कारण सभापति ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

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