नशा मुक्ति केंद्रों की एक महीने में जांच होगी: मुकेश अग्निहोत्री
तपोवन। हिमाचल में चल रहे सभी 90 नशा मुक्ति केंद्रों की सरकार एक महीने के भीतर जांच करवाएगी। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह बड़ा ऐलान नशे के बढ़ते कारोबार के खिलाफ सदन में लाए गए संकल्प पर मुख्यमंत्री की तरफ से चर्चा का उत्तर देते हुए किया। गैर-सरकारी सदस्य दिवस पर विधायक कुलदीप राठौर व …
तपोवन। हिमाचल में चल रहे सभी 90 नशा मुक्ति केंद्रों की सरकार एक महीने के भीतर जांच करवाएगी। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह बड़ा ऐलान नशे के बढ़ते कारोबार के खिलाफ सदन में लाए गए संकल्प पर मुख्यमंत्री की तरफ से चर्चा का उत्तर देते हुए किया। गैर-सरकारी सदस्य दिवस पर विधायक कुलदीप राठौर व सुखराम चौधरी द्वारा लाए गए इस संकल्प को सदन ने सर्वसम्मति से पारित किया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ये सूचनाएं मिली हैं कि प्रदेश में चल रहे कई नशा मुक्ति केंद्र नशे का अड्डा बने हुए हैं। सरकार राज्य में चल रहे 84 निजी व 6 सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों की पूरी जांच करवाएगी कि कौन लोग इन नशा मुक्ति केंद्रों को चला रहे हैं व इनमें क्या कुछ चल रहा है। अग्निहोत्री ने कहा कि आगामी बजट सत्र में नशा मुक्ति केंद्रों की जांच रिपोर्ट रखी जाएगी। सरकार नशे के किसी भी आरोपी को किसी भी सूरत में नहीं बख्शेगी, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। एंटी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में 500 कर्मचारी तैनात होंगे, जो राज्य भर में सर्विलांस कर नशे के अपराधियों की धर-पकड़ करेंगे। उपमुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से यह संकल्प लेने आग्रह किया कि वे नशे के किसी भी आरोपी को बचाने के लिए पुलिस पर किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाएंगे। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में प्रश्नकाल के दौरान उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री नई ऊर्जा से लबरेज नजर आए। विपक्ष के हर वार का उन्होंने पूरे जोश-खरोश से जवाब दिया।
कांगड़ा के विधायक पवन काजल प्रदेश में जल शक्ति विभाग के मंडल डी-नोटिफाई करने को लेकर पूछे सवाल पर मिले लिखित जवाब को लेकर जब सरकार को घेरने लगे तो अग्निहोत्री मजाकिया अंदाज में तपाक से बोले- काजल जी, आप अच्छी-भली टीम इंडिया को छोड़कर कहां आईपीएल खेलने चले गए। दरअसल, काजल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उपमुख्यमंत्री का शायराना अंदाज भी सदन में खूब झलका। अनुपूरक सवाल पूछने उठे नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से हंसी-मजाक में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस शहर में विपक्ष के नेता परेशान क्यों हैं। अपने विधानसभा क्षेत्र सिराज में जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय डी-नोटिफाई करने को लेकर जयराम ने जब कहा कि यह सरकार गलत कर रही है तो अग्निहोत्री फिर से शायराना अंदाज में बोले कि बात निकलेगी तो बहुत दूर तक जाएगी। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष ज्यादा न कहें। उनकी इस बात पर नेता विपक्ष ने कुछ नहीं कहा। दरअसल, उपमुख्यमंत्री पद के खिलाफ भाजपा के कुछ विधायकों ने प्रदेश उच्च न्यायालय में दायर याचिका बीते बुधवार को वापस ले ली है। उसके बाद विधानसभा में उपमुख्यमंत्री को हर ओर से बधाइयों का सिलसिला भी जारी रहा। बुधवार को भी सदन में अग्निहोत्री फिर से अपने पुराने आक्रामक अंदाज में नजर आए थे व उन्होंने मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में विपक्ष द्वारा उठाए हर सवाल व प्रस्ताव के बेबाकी से उत्तर दिए। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में डिप्टी सीएम पद के खिलाफ भाजपा विधायकों द्वारा न्यायालय में दायर याचिका वापस लेने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देर आए दुरुस्त आद, यह अच्छी बात है कि भाजपा वालों को सद्बुद्धि आई और उन्होंने याचिका वापस ले ली। अग्निहोत्री ने कहा कि नेता विपक्ष के तौर पर उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार के खिलाफ सदन व बाहर मोर्चा खोले रखा और संभवतः इसी कारण उनके पद के खिलाफ भाजपा ने याचिका दायर की थी, लेकिन भाजपा के खुद 16 राज्यों में उपमुख्यमंत्री हैं। इसलिए इस याचिका का कोई औचित्य ही नहीं था।