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साइकलोनर टीम ने तस्करों पर कसा शिकंजा, छत्तीसगढ़ से लेकर मुंबई तक फैले नेटवर्क का भंडाफोड़
Shantanu Roy
6 July 2025 3:44 PM GMT

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Jodhpur. जोधपुर। राजस्थान पुलिस की साइकलोनर टीम ने एक बार फिर तस्कर नेटवर्क पर करारा प्रहार करते हुए तीन बड़े तस्करों को अलग-अलग ऑपरेशनों के तहत गिरफ्तार किया है। “ऑपरेशन कॉकटेल”, “ऑपरेशन सीतोर्मिला” और “ऑपरेशन पयोमुखं” के अंतर्गत इन तस्करों को धरदबोचने में जोधपुर रेंज पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
आईजी विकास कुमार ने बताया कि पकड़े गए तस्करों में
🔹 सुरेश पुत्र रूपाराम निवासी कुड़ी पचपदरा (ऑपरेशन कॉकटेल),
🔹 लक्ष्मण राम पुत्र बाबूराम निवासी करीरों की ढाणी जैसला, फलोदी (ऑपरेशन सीतोर्मिला)
🔹 और सुभाष पुत्र बचानाराम निवासी नोखड़ा भाटियां, फलोदी (ऑपरेशन पयोमुखं) शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में होटल छिपाकर फरारी काट रहा था सुरेश
साइक्लोनर टीम बीते एक सप्ताह से छत्तीसगढ़ में डेरा डाले हुई थी। टीम को सूचना मिली थी कि सुरेश छत्तीसगढ़ में अपने रिश्तेदार के होटल में छिपा हुआ है और वहां से हथियारों की खेप मंगाने की तैयारी कर रहा है। सूचना के आधार पर टीम ने नजर बनाए रखी और जैसे ही सुरेश मध्यप्रदेश के रतलाम में हथियार लेने पहुंचा, टीम उसके पीछे हो ली। लेकिन रतलाम में स्थानीय पुलिस की कार्रवाई के चलते डील विफल हो गई। वापस लौटते वक्त भोपाल के पास हाईवे पर उसे दबोच लिया गया। सुरेश के खिलाफ कुल 14 केस दर्ज हैं, जिसमें अवैध हथियार तस्करी के 4 मामले, ड्रग्स सप्लाई के 8 मामले, और अन्य आपराधिक वारदातें शामिल हैं।
लक्ष्मण राम, जो कि फलोदी के जैसला गांव का निवासी है, भोला-भाला किसान बनकर फरारी काट रहा था। खेतों में मेहनत करता दिखने वाला यह शख्स असल में बांसवाड़ा और गुजरात सीमा पर ड्रग्स सप्लाई का बड़ा नाम था। पुलिस को खबर मिली कि वह मुंबई के गिरोहों से लगातार संपर्क में है। जैसे ही टीम गांव पहुंची, लक्ष्मण राम पाइप के सहारे भागने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसे मौके पर ही दबोच लिया गया। सुभाष, जो बांसवाड़ा में ड्रग्स तस्करी के लिए कुख्यात है, लंबे समय से मुंबई में गैस चूल्हे की मरम्मत कर पुलिस से बचता रहा। वह एक बारात में शामिल होने अपने गांव नोखड़ा भाटियां पहुंचा और वहां खुद को दूल्हे का ड्राइवर बनाकर छिपा लिया।
पुलिस की टीम ने सटीक प्लानिंग के साथ बारात स्थल पर दबिश दी और उसे स्टीयरिंग सीट से गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि लक्ष्मण राम और सुभाष दोनों मुंबई में एक ही सप्लाई चैन से जुड़े हुए थे। पुलिस को इन्हें मिलवाने की साजिश की जानकारी पहले ही मिल चुकी थी, और इसी आधार पर दोनों को पहले ही दबोच लिया गया। जोधपुर रेंज पुलिस की यह कार्रवाई देशभर में फैले अपराधियों के छिपे नेटवर्क को उजागर करती है। आईजी विकास कुमार ने कहा, “यह ऑपरेशन केवल गिरफ्तारी भर नहीं, बल्कि हथियार और नशे की संयुक्त तस्करी करने वाले संगठनों के विरुद्ध निर्णायक प्रहार है।” रेंज साइकलोन टीम की यह कार्रवाई पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
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