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कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने छोड़ा, इस वजह से लिया था हिरासत में

Shantanu Roy
28 March 2023 5:04 PM GMT
कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने छोड़ा, इस वजह से लिया था हिरासत में
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बड़ी खबर
नई दिल्ली। लाल किले के पास से हिरासत में लिए गए कांग्रेस नेताओं को छोड़ा गया। मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के मशाल जुलूस को दिल्ली पुलिस ने रोक दिया है। लाल किला से शुरू इस मार्च में शामिल कांग्रेस के कई सांसदों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस दौरान कई कांग्रेस सांसदों और नेताओं के साथ बदसलूकी की भी खबर है। उन्हें हिरासत में लेने के लिए पुलिस सड़क पर घसीटते हुए गाड़ी तक ले गई। कांग्रेस के इस प्रोटेस्ट में केसीआर की पार्टी बीआरएस के सांसद भी शामिल हुए।
कांग्रेस ने मशाल मार्च रोके जाने पर मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि “हर कदम पर हमें रोकने और हमारी आवाज को दबाने की खोखली कोशिशें इस बात का सबूत है कि- तानाशाह डरा हुआ है, घबराया हुआ है। हमारे सच से बौखलाया हुआ है। लेकिन हम किसी भी कीमत पर हार नहीं मानेंगे। तानाशाह हारेगा, लोकतंत्र की जीत होगी।” एक और ट्वीट में कांग्रेस ने कहा कि इस तानाशाह का डर देखिए अडानी का नाम आते ही संसद म्यूट करवा देता है। सड़क पर प्रदर्शन हो तो पुलिस लगवा देता है। डर है कि '20 हजार करोड़' का राज न खुल जाए।
कांग्रेस के प्रदर्शन को विफल करने के लिए पुलिस ने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत और कांग्रेस के पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल भी शामिल हैं। आरोप है कि हिरासत में लिए जाने के दौरान कांग्रेस सांसद जेबी माथेर को बेरहमी से घसीटा गया। पुलिस ने सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं को बस में बैठाया और वहां से ले गई।
पुलिस ने पहले ही प्रदर्शन वाली जगह पर बैरिकेड्स लगा दिए गए थे। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के जुटते ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया। विरोध-प्रदर्शन का हिस्सा बनने जा रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को भी रोक दिया गया। इसके खिलाफ कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, इमरान प्रतापगढ़ी और अधीर रंजन चौधरी लाल किले के सामने धरने पर बैठ गए। जयराम रमेश ने कहा कि ये मर्डर ऑफ़ डेमोक्रेसी है। संसद के अंदर और बाहर हमारी आवाज को ख़ामोश किया जा रहा है। हमारे नेता को डिसक्वालीफाई कर रहे हैं और अब हमें चलने नहीं दे रहे हैं। ये क्या डेमोक्रेसी है?
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों को ले जा रही बस को भी रोक दिया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 'मशाल मार्च' को रोकने पर कहा कि आपको देश में लोकतंत्र की दुर्दशा देखनी चाहिए। हम शांतिपूर्ण मशाल मार्च कर रहे हैं। कल हमने पुलिस और आयुक्तों के साथ इस पर चर्चा की थी और वे मान गए थे। आज उन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं को हर जगह रोका और हिरासत में लिया।
दरअसल, राहुल गांधी को संसद से अयोग्य ठहराने और अडानी पर सरकार की चुप्पी के खिलाफ कांग्रेस अब आर-पार के मूड में आ गई है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को लोकतंत्र पर हमला करार दिया है। इसी के खिलाफ कांग्रेस ने आज शाम 7 बजे दिल्ली के लाल किला से टाउन हॉल तक 'मशाल शांति जुलूस' निकालने का ऐलान किया था, जिसकी पुलिस ने भी सहमति दी थी। लेकिन मार्च शुरू होने से पहले ही पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड लगाकर इसे रोकने की तैयारियां कर ली थीं।
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