चूरू। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिले में 14 जनवरी से 31 जनवरी तक पशु कल्याण पखवाड़ा मनाया जाएगा। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि इस पखवाड़े में विभागीय कार्मिक अपने कार्य के साथ-साथ जीव जंतुओं के प्रति प्रेम एवं दयाभाव जाग्रत करने की दृष्टि से पखवाड़े को सफल …
चूरू। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिले में 14 जनवरी से 31 जनवरी तक पशु कल्याण पखवाड़ा मनाया जाएगा। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि इस पखवाड़े में विभागीय कार्मिक अपने कार्य के साथ-साथ जीव जंतुओं के प्रति प्रेम एवं दयाभाव जाग्रत करने की दृष्टि से पखवाड़े को सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग करेंगे। इस पखवाड़े के दौरान जिले के प्रत्येक पशु चिकित्सा संस्था पर बाँझ निवारण एवं पशु शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन कर अधिक से अधिक पशुओं को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिविरों में पशुपालकों के एवं गौशालाओं के पशुओं को कृमिनाशक औषधि पिलाई जाएगी तथा जन सामान्य को पशु क्रूरता के संबंध में आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि पतंगबाजी से घायल पक्षियों को संरक्षण प्रदान करने हेतु मकर संक्रान्ति के दिन प्रातः 7 बजे से सायंकाल तक विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित कर तत्काल चिकित्सा व्यवस्था की जाएगी। चाइनीज मांझे के उपयोग पर प्रतिबन्ध एवं पक्षियों को चोटिल होने से बचाने के लिए पतंगबाजी का समय प्रातः 10 बजे सायं 4 बजे तक निर्धारित कर सुबह-शाम पक्षी विचरण के समय पतंगबाजी पर प्रतिबन्ध लगाया जाएगा।
डॉ ओम प्रकाश ने बताया कि बैठक का आयोजन कर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम सहित अन्य अधिनियमों की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ग्राम पंचायतों, नगरपालिकाओं के स्तर पर एवं गौशालाओं में चेतना शिविर, गोष्ठियां तथा नजदीकी शिक्षण संस्थाओं में जीव-जन्तुओं के प्रति क्रूरता निवारण पर आधारित व्याख्यानों के माध्यम से जानकारी दी जाएगी तथा संबंधित विषय पर चित्रकला व वाद विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित करने के प्रयास किये जाएंगे। जन सहयोग से निराश्रित पशुओं की देखभाल हेतु समुचित व्यवस्था की जाएगी। गौशालाओं का निरीक्षण कर साफ, स्वच्छ स्वास्थ्यवर्धक वातावरण का निर्माण, गौशालाओं में पशुओं के संवर्गवार उनकी उम्र के अनुसार पृथक -पृथक आवास एवं खाने की व्यवस्था, रुग्ण एवं अपंग पशुओं को पृथक आवास व्यवस्था करवाई जाएगी जिससे सभी पशुओं को समान रूप से उनकी आवश्यकतानुसार खाद्य सामग्री मिल सके एवं खाने तथा पानी पीने के दौरान आपसी लड़ाई में घायल न हो।
उन्होंने बताया गौशालाओं में जाकर ठंड से पीड़ित पशुओं को राहत देने हेतु सम्बन्धित गौशाला प्रबन्धन/पशु पालक से यथा योग्य उपाय करवाए जाकर गावों में संचालित पशु खेलियों की सफाई उपरान्त जन सहयोग से सफेदी करवा कर पुनः जल से भरवाया जाएगा। पशुओं के प्रति दया, करुणा एवं कल्याण हेतु जन साधारण में जागृति एवं क्रूरता निवारण हेतु वातावरण निर्माण के उद्देश्य से शिक्षण संस्थाओं, पंचायत मुख्यालयों, गौशालाओं आदि में सभाओं एवं रैली का आयोजन कराए जाएंगे। स्थानीय एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा प्रशासनिक अधिकारियों से सूचना मिलने पर रोगी एवं घायल पशुओं को निःशुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी।
पशु परिवहन नियम 1978 के नियम 56 में उल्लेखित वाहन ट्रक/टैम्पों द्वारा पशु परिवहन दौरान निर्देशों की पालना न करने वाले व्यक्तियों तथा पशुओं को वाहनों में अनियमित रूप से भर कर परिवहन करने पर भी कानूनी कार्यवाही की जाएगी तथा धर्म के नाम पर पशुओं की बलि को रोकन हेतु संबंधितों का समझाकर इस कृत्य को रोकन के प्रयास किए जाएंगे। पशु कल्याण पखवाडे के दौरान 26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस एवं 30 जनवरी 2024 को सर्वाेदय दिवस/(महात्मा गांधी शहीद दिवस) के रूप में मनाया जायेगा। अतः इन दोनों दिवसों में समस्त राज्य में पशु पक्षियों का वध करना एवं मांस आदि की बिक्री पर अनिवार्य रूप से प्रतिबन्ध रहेगा।
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