लिफाफा खोलते ही महिला जज हैरान, जानें क्या है पूरा मामला
रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम जिला न्यायालय की एक अदालत में मंगलवार की दोपहर जहर भरा लिफाफा पहुंचने से हड़कंप मच गया। न्यायिक अधिकारियों ने तत्काल पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और शाम होने तक लिफाफा भेजने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जिला न्यायालय …
रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम जिला न्यायालय की एक अदालत में मंगलवार की दोपहर जहर भरा लिफाफा पहुंचने से हड़कंप मच गया। न्यायिक अधिकारियों ने तत्काल पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और शाम होने तक लिफाफा भेजने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जिला न्यायालय में पदस्थ व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड मुग्धा कुमार की न्यायालय में दोपहर डाक के द्वारा एक लिफाफा पहुंचा। जब न्यायाधीश ने यह लिफाफा खोला तो इसमें एक पत्र के साथ जहर की पुड़िया भी थी। पत्र लिखने वाले ने न्यायाधीश को लिखा था कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह जहर खाकर आत्महत्या कर लेगा।
व्यवहार न्यायाधीश मुग्धा कुमार ने इस घटना की सूचना तत्काल जिला न्यायाधीश राकेश मोहन प्रधान को दी। सूचना मिलते ही जिला न्यायाधीश व अन्य वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी मुग्धा कुमार की न्यायालय में जा पहुंचे। मामले की सूचना पुलिस अधिकारियों को भी दी गई। सूचना मिलते ही स्टेशन रोड थाना प्रभारी भुवानीराम वर्मा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने जहर की पुड़िया और पत्र को अपने कब्जे में ले लिया है।
न्यायालय में जहर भरा लिफाफा पहुंचने से पूरे न्यायालय में हडकंप मच गया। मुग्धा कुमार के न्यायालय के सामने भीड़ जमा हो गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार जहर भरा लिफाफा रिंगनिया निवासी दशरथ शर्मा ने भेजा था। जानकारी मिलने पर पुलिस ने दशरथ के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी दशरथ को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि दशरथ के किसी पारिवारिक विवाद का प्रकरण व्यवहार न्यायाधीश मुग्धा कुमार के न्यायालय में प्रचलित है। इसी प्रकरण को जल्दी निपटाने के लिए दशरथ द्वारा यह हरकत की गई थी।
एडिशनल एसपी राकेश खाका ने बताया कि दशरथ शर्मा ने अक्टूबर 2023 में नामली थाने में अपने पिता, तीन भाई और उनकी पत्नियों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कराया था। यह केस दिसंबर 2023 से न्यायाधीश मुग्धा कुमार की कोर्ट में विचाराधीन है। दशरथ जल्द न्याय की मांग को लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भी पत्र लिख चुका है।