x
नई दिल्ली: अमित शाह बोले भारतीय राजनीति को तीन नासूर- भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण ने घेर लिया था. पीएम मोदी ने इसे दूर किया. भ्रष्टाचार क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया, तुष्टिकरण क्विट इंडिया.
अबतक लोकसभा में 27 अविश्वास और 11 विश्वास प्रस्ताव आ चुके हैं. इस बार पीएम मोदी और मंत्रीमंडल के प्रति किसी को अविश्वास नहीं है. इसका मकसद सिर्फ जनता में भ्रांति पैदा करना है. दो तिहाई बहुमत से दो बार NDA को चुना गया. सरकार अल्पमत में होने का मतलब ही नहीं है. आजादी के बाद देश में सबसे लोकप्रिय पीएम नरेंद्र मोदी हैं. 9 साल में पीएम ने 50 से ज्यादा ऐसे फैसले लिए जो युगों तक याद रखें जाएंगे.
सांसद फारूक अब्दुल्ला ने लोकसभा में कश्मीरी पंडितों का जिक्र किया. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र के मंत्री ने कहा कि जब से उनकी सरकार आई है जम्मू कश्मीर में बाल विवाह रुक गए हैं. लेकिन वह पूरी तरह गलत हैं. महाराजा हरि सिंह ने 1928 में एक एक्ट बनाया था जिसके तहत वहां बाल विवाहों पर पूरी तरह रोक लगी थी.
दूसरी बात यह है कि कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार इतिहास का काला अध्याय है. जब कबायली हमलावरों ने 1947 में हमला किया तो महाराजा हरि सिंह की सेना छोटी थी. हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई ने कहा कि हम मिलकर लड़ेंगे. तब कोई हथियार नहीं थे लेकिन जज्बा था. पटियाला रेजिमेंट ने सबसे पहले आकर हमारी मदद की थी.
हमें भारत में रहने पर गर्व है, लेकिन इस देश का भी कुछ कर्तव्य है. सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं. मुस्लिम, सिख, ईसाई सबके लिए. पीएम मोदी सिर्फ एक रंग का प्रतिनिधित्व नहीं करते. सबका करते हैं.
तानाशाह कितना डरपोक है... समझिए 👇राहुल गांधी जी सदन में मणिपुर पर 15 मिनट 42 सेकंड बोले।इस दौरान @sansad_tv पर 11 मिनट 08 सेकंड तक स्पीकर ओम बिरला जी को दिखाया गया।राहुल जी को सिर्फ 4 मिनट दिखाया गया।
— Congress (@INCIndia) August 9, 2023
हमने कश्मीरी पंडितों को वापस लाने की कोशिश की. लेकिन तब उनपर हो रहे हमलों की वजह से योजना को रोका गया. आप बताएं कि केंद्र सरकार अबतक कितने कश्मीरी पंडितों को वापस कश्मीर में बसाने में सफल हुई. एक भी नहीं.
हम कश्मीरी पंडितों के लिए हमेशा खड़े रहे. ऐसा ना कहें कि हम भारत का हिस्सा नहीं हैं. या कि हम पाकिस्तानी हैं. हमने इस मुल्क में रहने के लिए बहुत बलिदान दिए हैं.
कश्मीर को प्यार चाहिए. वहां शांति अभी नहीं आई है. तब ही आप जी20 के डेलिगेशन को गुलमर्ग नहीं लेकर गए. दोस्त बदले जा सकते हैं, पड़ोसी नहीं. दोस्त के साथ प्यार से रहेंगे तो दोनों तरक्की करेंगे. अगर आप (केंद्र सरकार) में दम है तो युद्ध कर लीजिए. हम तो रोक नहीं रहे. लेकिन हमपर शक करना बंद कीजिए, क्योंकि हम इस वतन के साथ खड़े थे, खड़े हैं और खड़े रहेंगे. इसी तरह मणिपुर में भी मोहब्बत से काम करना होगा. प्यार से ही मसले सुलझेंगे.
इसपर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पलटवार भी किया. वह बोले कि हिंदुस्तान की इतनी बड़ी ताकत है, कोई पड़ोसी हमसे लड़ने की हिम्मत नहीं कर सकता. आज पूरे हिंदुस्तान की जनता को पीएम मोदी और देश पर गर्व है.
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah on no-confidence motion debate in Lok Sabha"There is not a no-confidence in the PM and this government in the country...This no-confidence motion has been brought only to create a delusion" pic.twitter.com/LEjkJI7ufi
— ANI (@ANI) August 9, 2023
jantaserishta.com
Next Story