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नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में सावन के महीने का जिक्र करते हुए कहा कि देश के लोगों की आस्था और यहां की परंपराओं का एक पहलू और भी है कि ये जीवन को गतिशील बनाती हैं। प्रधानमंत्री ने अमरनाथ गुफा मंदिर की यात्रा करने वाले दो अमेरिकी नागरिकों का उल्लेख करते हुए कहा कि यही भारत की खासियत है कि वह सबको अपनाता है, सबको कुछ न कुछ देता है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री ने फ्रांस की 100 वर्षीय महिला शारलोट शोपा से पेरिस में हुई अपनी मुलाकात का जिक्र किया और बताया कि वह इस उम्र में भी योगाभ्यास करती हैं तथा इसे अपने बेहतर स्वास्थ का कारण मानती हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हम न केवल अपनी विरासत को अंगीकार करें, बल्कि उसे जिम्मेदारी से साथ विश्व के सामने प्रस्तुत भी करें। अपनी परंपराओं, अपनी धरोहरों को जीवंत रखने के लिए हमें उन्हें सहेजना होता है, उन्हें जीना होता है, उन्हें अगली पीढ़ी को सिखाना होता है।” उन्होंने इस दिशा में देश में हो रहे प्रयासों पर प्रसन्नता जताई। पीएम मोदी ने कहा कि सावन में शिव आराधना के लिए कितने ही भक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। सावन की वजह से इन दिनों 12 ज्योतिर्लिंगों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
आपको यह जानकार भी अच्छा लगेगा कि बनारस पहुंचने वाले लोगों की संख्या भी रिकॉर्ड तोड़ रही है। अब काशी में हर साल 10 करोड़ से ज्यादा पर्यटक पहुंच रहे हैं।'' पीएम मोदी ने कहा कि इसी तरह अयोध्या, मथुरा और उज्जैन जैसे तीर्थ स्थलों की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इससे लाखों लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। उनका जीवन यापन हो रहा है। यह सब हमारे सांस्कृतिक जनजागरण का परिणाम है। इसके दर्शन के लिए अब तो पूरी दुनिया के लोग हमारे तीर्थ स्थलों पर आ रहे हैं।
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