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अजित पवार ने थामा बीजेपी का दामन

Tara Tandi
2 July 2023 3:20 PM GMT
अजित पवार ने थामा बीजेपी का दामन
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मुंबई: महाराष्ट्र में रविवार को सियासी बवंडर ने सभी को हैरान कर दिया. कई विधायकों के समर्थन से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार ने एकनाथ शिंदे और बीजेपी सरकार का दामन थाम लिया. अचानक राजभवन पहुंचे अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं उनके साथ अन्य 8 एनसीपी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. इससे पार्टी में दो फाड़ हो गए. एक तरफ शरद पवार गुट और दूसरी तरफ अजित पवार गुट हो गया. अजित पवार का दावा है कि उनके पास पार्टी के 40 विधायकों का समर्थन है.

महाराष्ट्र में एनसीपी के पास 53 विधायक थे, जिसमें से 40 विधायक शिंदे-बीजेपी सरकार में शामिल हो गए. इसके बाद अब शरद पवार के गुट में सिर्फ 13 विधायक बचे हैं. जिन विधायकों को आज शपथ दिलाई गई है उनमें छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, धर्मराव बाबा अत्रम, दिलीप वालसे पाटिल, धनंजय मुंडे, अनुल भाईदास पाटिल, अदिति तटकरे और संजय बंसोडे शामिल हैं.
अजित पवार के महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अब महाराष्ट्र में एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री हैं. विकास के लिए डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है.
अजित पवार का कहना है कि वह अभी भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ हैं. महाराष्ट्र सरकार में एक पार्टी के रूप में शामिल हो गए हैं. एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न उनके पास ही है और वह उसके साथ ही चुनाव लड़ेंगे.
अजित गुट के एनसीपी नेता छगन भुजबल ने उन दावों का खंडन किया कि जिसमें कहा जा रहा था कि ईडी की जांच से बचने के लिए महाराष्ट्र सरकार में ये नेता शामिल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ अब कोई मामला नहीं है, अगर है भी तो उसकी जांच चल रही है.
उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने दावा किया है उन्हे इस बारे में पहले से ही पता था कि यह होने वाला है. एकनाथ शिंदे और उनके साथ गए 16 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. महाराष्ट्र को कुछ दिनों में एक और सीएम मिलेगा.
NCP प्रमुख शरद पवार का कहना है कि ये कोई नई बात नहीं है. 1980 में वह जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहे थे तब उनके पास 58 विधायक थे, बाद में सभी चले गए और केवल 5 विधायक बचे थे, लेकिन उन्होंने पार्टी को दोबारा खड़ा किया. वहीं, जो लोग छोड़कर गए थे वो चुनाव हार गए थे.
महाराष्ट्र में सियासी ड्रामे पर शरद पवार ने कहा कि ये ‘गुगली’ नहीं है, यह डकैती है. यह छोटी बात नहीं है. शरद पवार से पूछा गया कि ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का विश्वसनीय चेहरा’ कौन होगा, इस पर उन्होंने जवाब देने के लिए अपना हाथ उठाया और कहा, “शरद पवार”.
महाराष्ट्र में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने 6 जुलाई को मुंबई में अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक बुलाई है. उन्होंने बागी हुए नेताओं के खिलाफ एक्शन लेने की भी बात कही है.
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 3 जुलाई को सभी नेताओं की एक बैठक बुलाई है. ठाकरे ने राज्य के सभी विधायकों, सांसदों, नेताओं और उपनेताओं को दोपहर 12.30 बजे शिवसेना भवन में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
मुंबई में NCP दफ्तर के बाहर RIOT कंट्रोल पुलिस तैनात की गई. बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इकट्ठा हुए. वहीं, अजित पवार, छनग भुजबल, तटकरे सहित सभी लोगों के पोस्टर पर कालिख पोत दी गई. शरद पवार खेमे का कहना है कि पीठ में छुरा छोपा गया है. असली एनसीपी शरद पवार की ही है. पार्टी उनकी है, सिम्बल उनका है, कोई ले नहीं सकता है.
एनसीपी नेताओं को ये अंदेशा था शाम तक अजित पवार पार्टी ऑफिस में आएंगे और ऑफिस पर कब्जा हो जाएगा. इसलिए पहले से ही जयंत पाटिल, अनिल देशमुख, जितेंद्र आह्वाड, नसीम सिद्दीकी सहित कई बड़े नेता एनसीपी ऑफिस में मौजूद हैं. सुप्रिया सुले भी आई थीं, लेकिन वह वापस लौट गईं. एनसीपी नेता पार्टी ऑफिस में डेरा डालकर बैठे हैं.
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