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पुलों-भवनों के जीवनकाल की मिलेगी सटीक जानकारी

Shantanu Roy
15 Sep 2023 10:03 AM GMT
पुलों-भवनों के जीवनकाल की मिलेगी सटीक जानकारी
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मंडी। अब पुलों और इमारतों के संरचनात्मक ढांचे और इनके जीवनकाल की सटीक जानकारी मिल सकेगी। यह संभव हो सकेगा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी के शोधकर्ताओं द्वारा पुलों के संरचनात्मक ढांचे का मूल्यांकन करने के लिए रियल टाइम आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस (एआई) आधारित तकनीकी (एल्गोरिदम) से। यह तकनीक केवल पुलों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसकी मदद से रोपवे, इमारतों, एयरोस्पेस संरचनाओं व ट्रांसमिशन टावरों की समय-समय पर स्थिति मूल्यांकन और सुरक्षा उपाय भी किए जा सकेंगे। शोधकर्ताओं की टीम ने पुलों और अन्य संरचनाओं की संरचनात्मक स्थिति का सटीक पूर्वानुमान लगाने के लिए उन्नत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और सिग्नल प्रोसैसिंग तकनीक बनाने के लिए फ्रांस में आईएनआरआईए के साथ सांझेदारी की है। विशेष रूप से प्री-स्ट्रैस्ड कंकरीट और केबल आधारित पुलों में तापमान के उतार-चढ़ाव से पुल की गतिशील क्षमताएं बहुत प्रभावित होती हैं। इसलिए रियल टाइम और एआई आधारित एसएचएम दोनों में ही तापमान के इन प्रभावों पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
वार्षिक और दैनिक तापमान में अत्यधिक उतार-चढ़ाव वाले ठंडे क्षेत्र के एक पुल पर आईआईटी मंडी के इस एल्गोरिदम को सख्ती से जांचा जा चुका है। शुरूआत में आईआईटी मंडी के शोधकर्ताओं ने क्षति का पता लगाने में एल्गोरिदम की क्षमताओं का आकलन करने के लिए इसका परीक्षण एक क्षतिग्रस्त पुल पर किया। इसके बाद उन्होंने क्षति के स्थान को इंगित करने में एल्गोरिदम की सटीकता का मूल्यांकन करने के लिए जानबूझकर कम्प्यूटर मॉडल में क्षति को इंगित किया। तत्पश्चात इस परीक्षण के माध्यम से संरचनात्मक क्षति की पहचान करने में एल्गोरिदम की प्रभावशीलता की पुष्टि हुई। इससे संबंधित एक अन्य अध्ययन में शोधकर्ताओं ने विभिन्न संरचनात्मक घटकों की स्थिति का अनुमान लगाने के लिए उनके कनैक्शन के प्रत्यक्ष माप की आवश्यकता के बिना उन्नत फिल्टरिंग तकनीकों का उपयोग किया। यह तकनीक प्रत्येक घटक की स्थिति का अलग-अलग मूल्यांकन करने में सक्षम है, जिससे समग्र संरचनात्मक अखंडता का मूल्यांकन करने में मदद मिल सकती है। विभिन्न बलों के संपर्क में आने वाले बीम के साथ कम्प्यूटर सिमुलेशन का उपयोग करके इस विधि को मान्य किया गया था। इसने अत्यधिक शोर और क्षति की गंभीरता जैसी चुनौतियों से निपटने में मजबूत प्रदर्शन किया था।
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