शिमला (अम्बादत): ऐतिहासिक रिज मैदान पर क्रिसमस व नववर्ष के जश्न को लेकर विंटर कार्निवाल का आगाज हुआ। कार्निवाल के पहले दिन रिज मैदान पर 450 महिलाओं द्वारा महानाटी पेश कर स्थानीय लोगों व पर्यटकों का मनोरंजन किया, तो वहीं प्रदेश के सभी जिलों की संस्कृति की झलक कल्चर परेड के माध्यम से दिखी। मुख्यमंत्री …
शिमला (अम्बादत): ऐतिहासिक रिज मैदान पर क्रिसमस व नववर्ष के जश्न को लेकर विंटर कार्निवाल का आगाज हुआ। कार्निवाल के पहले दिन रिज मैदान पर 450 महिलाओं द्वारा महानाटी पेश कर स्थानीय लोगों व पर्यटकों का मनोरंजन किया, तो वहीं प्रदेश के सभी जिलों की संस्कृति की झलक कल्चर परेड के माध्यम से दिखी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विंटर कार्निवाल का शुभारंभ किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने रिज पर लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया, जिसमें जिला प्रशासन शिमला सहित विभिन्न विभागों ने स्टाल स्थापित किए हैं। मुख्यमंत्री का कार्निवाल में पहुंचने पर पारंपरिक लोक गीत-संगीत के बीच स्वागत किया गया। इससे पूर्व नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि शिमला विंटर कार्निवाल का आयोजन राज्य सरकार की व्यवस्था परिवर्तन की प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें राज्य की लोक संस्कृति पर्यटकों के सामने प्रस्तुत की जाएगी। इस अवसर पर प्रदेश की लोक संस्कृति पर आधारित कुल्लवी नाटी तथा सिरमौर जिला के सिंगटु सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
5 जनवरी तक चलने वाले शिमला विंटर कार्निवाल में हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति के प्रदर्शन के साथ-साथ देसी पकवानों के स्टाल भी लगाए गए हैं। इसके साथ-साथ इस आयोजन के दौरान लेजर शो भी प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर विधायक हरीश जनारथा ने शिमला विंटर कार्निवाल के पहले आयोजन पर सभी संबंधित अधिकारियों और नगर निगम शिमला को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इससे हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा हिमाचल प्रदेश में रेस्तरां व ढाबों को 24 घंटे खुला रखने के निर्णय से पर्यटकों के साथ-साथ पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायियों को लाभ मिलेगा। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, उपाध्यक्ष हिमुडा यशवंत छाजटा, हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची और मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। विंटर कार्निवाल को लेकर नगर निगम शिमला की ओर से रिज मैदान पर 50 से अधिक स्टाल लगाए गए। ये स्टाल शिमला के व्यापारियों को दिए गए हैं। इसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी दिए गए हैं। ये स्टाल क्राइस्ट चर्च से लेकर गेयटी थिएटर तक लगाए गए हैं। इसके अलावा रानी झांसी पार्क में स्टाल लगाए गए हैं।
शिमला के मालरोड पर गोल-गप्पे व मालपूडे़ के स्टाल लगे हैं। इन स्टालों पर पर्यटकों व स्थानीय लोगों ने गोल-गप्पे व मालपूड़ों का स्वाद चखा। यह पहली बार होगा कि जब मालरोड पर लोगों को गोल-गप्पे खाने को मिले, क्योंकि इससे पहले रिज व मालरोड पर इस तरह के स्टाल कभी नहीं लगे हैं। विंटर कार्निवाल को लेकर शिमला आए पर्यटकों ने रिज मैदान व मालरोड पर खूब सैल्फियां लीं। पर्यटकों ने शिमला में बने आई लव शिमला के साथ सैल्फी लेने का खूब क्रेज दिखा। वहीं पहाड़ी संस्कृति को भी पर्यटकों ने अपने कैमरों में कैद किया। रानी झांसी पार्क में नगर निगम की ओर से विंटर कार्निवाल को लेकर छोटे बच्चों के लिए झूले लगाए हैं। ये झूले बच्चों के आकर्षण का केंद्र रहे। पहले दिन ही काफी संख्या में बच्चे पार्क में झूला झूलते हुए नजर आए। वहीं एम.सी. प्रशासन की ओर से प्रदर्शनी भी लगाई गई है। विंटर कार्निवाल को लेकर राजस्थान व पंजाब से आए कलाकारों ने लंगूर व बहुरूपिया बनकर लोगों का खूब मनोरंजन किया। बहुरूपियों ने रिज व मालरोड पर स्थानीय लोगों व पर्यटकों का खूब मनोरंजन किया। इस दौरान कई छोटे बच्चे लंगूर व बहुरूपियों को देखकर डरे तो कई बच्चों ने उनके साथ खूब मौज-मस्ती की।
ऐतिहासिक रिज मैदान आज प्रदेश की संस्कृति व लोक वाद्य यंत्रों की धुनों का साक्षी बना। वहीं रिज मैदान पर पारंपरिक वाद्य यंत्राें को जगह-जगह पर लगाया गया है। इसमें मुख्य रूप से करनाल व नरसिंगा को लगाया गया है। ये वाद्य यंत्र स्कैंडल प्वांइट, क्राइस्ट चर्च व स्टेज के सामने लगाए गए हैं। ये वाद्य यंत्र पहली बार कार्निवाल को लेकर लगाए गए गेट पर लगाए गए हैं। इनके साथ लोगों ने खूब सैल्फियां लीं। रोटरी टाऊन हाल में एम.सी. प्रशासन की ओर से तंबोले का स्टाल लगाया गया है। इस स्टाल पर भी लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली। वहीं कई लोगों ने तंबोला खेला। विंटर कार्निवाल को लेकर गेयटी थिएटर व ओपन थिएटर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गेयटी थिएटर में सूफी गायन व विभिन्न नाटकों का मंचन किया जाएगा। ये नाटक हर रोज दिखाए जाएंगे। वहीं दिन भर ओपन थिएटर में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।