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ज्वैलरी शॉप में 10 बदमाशों ने की थी डाका डालने की कोशिश, मुठभेड़ में दो गिरफ्तार

Shantanu Roy
3 March 2023 5:06 PM GMT
ज्वैलरी शॉप में 10 बदमाशों ने की थी डाका डालने की कोशिश, मुठभेड़ में दो गिरफ्तार
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मामलें में होगा बड़ा खुलासा
नई दिल्ली। मधुबन बापूधाम थानाक्षेत्र के जागृति विहार में 21 फरवरी को जय कुमार वर्मा की मां भवानी नामक ज्वैलरी शॉप में डकैती की नाकाम वारदात करने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। जबकि दूसरे को पुलिस ने दौड़ाकर दबोच लिया। आरोपियों के कब्जे से दो तमंचे और सीलमपुर दिल्ली से चुराई गई स्कूटी बरामद की गई है। पुलिस का कहना है कि उक्त घटना में तीन स्थानीय समेत 10 बदमाश शामिल थे। स्थानीय बदमाशों ने शॉप में डेढ़ करोड़ रुपए का माल मिलने की सूचना दी थी। जिसके आधार पर लुटेरा गैंग के सरगना ने साथियों संग मिलकर वारदात को अंजाम देने की कोशिश की, लेकिन ज्वैलर की होशियारी के चलते वह घटना नहीं कर सके। घटना में शामिल साजिशकर्ता और लुटेरों के सरगना समेत अन्य बदमाश फरार हैं। उनकी तलाश के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। डीसीपी जोन नगर निपुण अग्रवाल ने बताया कि मधुबन बापूधाम थाना पुलिस और उनकी एसओजी टीम देर रात्रि सदरपुर-मननधाम रोड पर चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान स्कूटी सवार दो संदिग्धों को रोकने का प्रयास किया गया। इस पर स्कूटी सवार पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भाग निकले।
पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई जवाबी फायरिंग में एक बदमाश शिवा उर्फ कल्लू निवासी मुरादनगर पैर में गोली लगने से घायल हो गया। जबकि उसके साथी एकल उर्फ संटी निवासी जलालाबाद मुरादनगर को गिरफ्तार कर लिया गया। घायल को उपचार के लिए जिला संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीसीपी की मानें तो पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीन बाइकों पर 9 बदमाश ज्वैलरी शॉप में डाका डालने आए थे। जबकि पकड़ा गया एकल उर्फ संटी पैदल ही रैकी करने घटनास्थल पर पहुंचा था। लेकिन ज्वैलर जय कुमार वर्मा को काबू न कर पाने के चलते वह घटना करने में कामयाब नहीं हो सके थे। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपी एकल पर मुरादनगर और दिल्ली के थाने में चोरी व मादक पदार्थ की तस्करी के केस दर्ज हैं। जबकि शिवा का भी आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है। डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि घटना में शामिल मुरादनगर निवासी आयुष त्यागी उर्फ नवाब व बादल और जागृति विहार निवासी कुलदीप, मनीष व आकाश के नाम आरोपियों ने बताए हैं। अन्य तीन बदमाशों के बारे में आरोपियों ने जानकारी होने से इन्कार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना की पूरी साजिश स्थानीय बदमाश कुलदीप, मनीष और आकाश ने ही रची थी। उन्होंने बादल को बताया था कि जय कुमार वर्मा की शॉप में डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा के जेवरात मिलेंगे। साथ ही उन्होंने शॉप में आसानी से वारदात होने की जानकारी बादल को दी थी। जिसके बाद बादल ने आयुष त्यागी उर्फ नवाब से संपर्क साधकर वारदात की प्लानिंग की थी।
एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि बादल और आयुष त्यागी पूर्व में भी जेल जा चुके हैं। जांच में पता चला है कि आयुष त्यागी मुरादनगर में हुए शाहरूख मर्डर केस में जेल में था, जबकि बादल अन्य आपराधिक मामले में जेल में बंद था। जेल में ही दोनों की मुलाकात और दोस्ती हुई थी। जेल से आने के बाद दोनों किसी बड़े काम की तलाश में थे, इसी दौरान कुलदीप व मनीष ने बादल को बड़े काम की सूचना दी। जिसके आधार पर बादल ने आयुष त्यागी उर्फ नवाब से संपर्क साधकर घटना की प्लानिंग की थी। प्लानिंग के अनुसार ही आयुष त्यागी ने अन्य बदमाशों को घटना के लिए एकजुट किया था। एसीपी ने बताया कि बदमाश जिन तीन बाइकों से घटनास्थल पर पहुंचे थे उनमें से दो चोरी की थी। जबकि एक बाइक पकड़ा गया आरोपी एकल अपने चाचा से मांग कर लाया था। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव की मानें तो पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पूर्व में भी दो बार घटना करने का प्रयास किया था। पहली बार 13 फरवरी को वह घटना करने आए थे, लेकिन शॉप के पास गश्त करती पुलिस को देखकर वह वापस लौट गए। वहीं, दूसरी बार 20 फरवरी की रात को भी वह घटना नहीं कर सके थे। इस बार शॉप में ग्राहकों की भीड़ को देखकर उन्होंने अपना इरादा बदल लिया था। एसीपी का कहना है कि 21 फरवरी को मंगलवार का दिन होने के चलते बदमाशों ने वहां वारदात करने का प्लान बनाया था। उन्हें पता था कि मंगलवार को स्थानीय मार्केट बंद रहने के चलते क्षेत्र में न तो ज्यादा भीड़ होगी और न ही दुकान पर ज्यादा ग्राहक होंगे। लेकिन इस दौरान भी ज्वैलर को काबू नहीं कर सके। पुलिस का कहना है कि जो चार बदमाश सीसीटीवी फुटेज में कैद मिले हैं उनमें पकड़ा गया शिवा उर्फ कल्लू, आयुष त्यागी उर्फ नवाब, बादल और एक अन्य शामिल हैं। इन्हीं चारों ने दुकान में घुसकर वारदात का प्रयास किया था। जबकि अन्य बदमाश कुछ दूरी पर बाइक लेकर खड़े थे। वारदात के बाद सभी आरोपी मुरादनगर भाग गए थे। वहां से सभी अलग.अलग ठिकानों पर जाकर छिप गए थे। बदमाशों से पूछताछ के आधार पर पुलिस का कहना है कि अगर बदमाश वारदात करने में कामयाब होते तो विरोध होने पर वह ज्वैलर को गोली मारने से भी गुरेज न करते।
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