खराब मौसम चारधाम यात्रा में रोड़ा बना हुआ है। बारिश के चलते यात्रा प्रभावित हो रही है। बदरीनाथ हाईवे बैनाकुली, रड़ांग बैंड, लामबगड़ नाला और खचड़ा नाले में बंद होने से फिलहाल बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा थमी है। वहीं यमुनोत्री पैदल मार्ग पर श्रद्धालु दूसरे दिन भी जोखिम भरी आवाजाही करने को मजबूर रहे।
रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में तड़के से बारिश हुई। कुछ जिलों में आसमान में बादल छाए हैं। जबकि मैदानी इलाकों में मौसम साफ है। पर्वतीय जिलों में नदियां उफान पर हैं। श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और कर्णप्रयाग में अलकनंदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं टिहरी बांध की झील का जलस्तर आरएल 770.45 मीटर पहुंच गया है। झील से 185 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है।
दूसरी ओर खराब मौसम चारधाम यात्रा में रोड़ा बना हुआ है। बारिश के चलते यात्रा प्रभावित हो रही है। बदरीनाथ हाईवे बैनाकुली, रड़ांग बैंड, लामबगड़ नाला और खचड़ा नाले में बंद होने से फिलहाल बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा थमी है। हालांकि केदारनाथ यात्रा जारी है। वहीं टिहरी में भारी बारिश के बाद बाल गंगा नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बही. प्रशासन ने अलर्ट जारी किया। वहीं ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे सहित जिले के प्रमुख मोट मार्गो पर यातायात सामान्य रूप से चल रहा है ।
यमुनोत्री पैदल मार्ग पर जोखिम भरी आवाजाही
हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी के पास पहुंच गया है। भीमगोडा बैराज पर फिलहाल गंगा 292 के पास बह रही है, जबकि 293 गंगा का चेतावनी स्तर है। यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारी गंगा के जलस्तर पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।
अगर पहाड़ों पर इसी तरह बारिश जारी रही तो शाम तक गंगा का जलस्तर और भी ज्यादा बढ़ सकता है। गंगा का जलस्तर बढ़ने पर जिला प्रशासन ने भी बाढ़ चौकियों और एसडीआरएफ टीम को अलर्ट मोड पर रखा है। उत्तरकाशी बड़कोट में जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर श्रद्धालु दूसरे दिन भी जोखिम भरी आवाजाही करने को मजबूर रहे। भारी बारिश से यमुनोत्री पैदल मार्ग पर छह किमी हिस्सा मलबा, बोल्डर आने से प्रभावित है।