न्यूज़क्रेडिट:अमरउजाला
उत्तराखंड में रुद्रपुर सिडकुल की ब्रिटानिया कंपनी में अज्ञात कारणों के चलते शनिवार देर रात भीषण आग लगने से करोड़ों रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियां आग बुझाने में लगी रहीं, लेकिन रविवार देर शाम तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
गोदाम के काफी भीतर तक आग पहुंचने की वजह से सरकारी और निजी फायर कर्मियों को आग बुझाने की जगह नहीं मिल पा रही है। गनीमत बस इतनी है कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। अनुमानित तौर पर कंपनी को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आग लगने की वजह अब तक पता नहीं चल सकी है।
नैनीताल हाईवे पर सिडकुल चौक के नजदीक स्थित ब्रिटानिया कंपनी में शनिवार रात भीषण आग लग गई। आग कंपनी के गोदाम में लगी, जहां पर बड़ी मात्रा में बिस्कुट, गत्ते और लैमिनेट करने वाली पन्नी रखी थी।
इस दौरान वहां काम कर रहे श्रमिकों में अफरातफरी मच गई। कर्मचारियों ने कंपनी में लगे फायर हाइड्रेंट से आग बुझाने का प्रयास किया और असफल होने पर पंतनगर फायर स्टेशन को सूचना दी गई। इसके अलावा रुद्रपुर, किच्छा, काशीपुर, सितारगंज और हल्द्वानी फायर स्टेशन से भी गाड़ियां बुलाई गईं। वहीं बजाज, टाटा, हिंदुस्तान जिंक और अशोक लीलैंड कंपनी की दमकल गाड़ियों ने भी आग बुझाने का प्रयास किया।
फायर ब्रिगेड की कुल 12 गाड़ियां रात भर आग बुझाने में लगी रहीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। एक गाड़ी खाली होती तो फौरन पानी भरने के लिए रवाना हो जाती। अब तक कुल 120 गाड़ी पानी लग चुका है जबकि कर्मचारियों ने कंपनी में मौजूद चार लाख लीटर से आग बुझाने का प्रयास किया। रात में ही डीएम युगल किशोर पंत, एडीएम ललित नारायण मिश्र, उपजिला एसडीएम प्रत्यूष सिंह, एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसपी सिटी मनोज कत्याल सहित कई अधिकारी पहुंच गए।
देर रात से लेकर रविवार शाम करीब चार बजे तक दमकल विभाग और एसडीआरएफ की टीम आग बुझाने की कोशिश करती रहीं। इसके बाद भी कंपनी के भीतर से धुआं निकालता रहा। कंपनी के कर्मचारी कुछ भी बताने से इनकार करते रहे। कंपनी के कर्मचारियों ने किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया।
12 गाड़ियों को बुलाकर आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन अब तक आग पूरी तरह से नहीं बुझ सकी है। आग लगने का कारण भी अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। अनुमानित तौर पर कंपनी को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।