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उत्तराखंड पेपर लीक मामला
देहरादून | उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ को रविवार को बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने सरगना सैय्यद सादिक मूसा के साथी संपन्न राव को लखनऊ के गोमतीनगर से गिरफ्तार किया है। संपन्न के पास से लाखों की नकदी भी बरामद की गई है। इसके साथ ही इस मामले में ये 34वीं गिरफ्तारी है। एसटीएफ उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश के नकल माफिया के अहम साथी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। पेपर लीक मामले में अब तक कुल 92 लाख कैश बरामद किए जा चुके हैं। साथ ही पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों की करोड़ों की अवैध संपत्ति का भी पता लगाया गया है। दर्जनों बैंक अकाउंट को फ्रीज भी किया जा चुका है।
उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपी संपन्न के पास से परीक्षा लीक प्रकरण से जुड़े 3 लाख 80 हजार रुपए बरामद किए हैं। इसके अलावा पूर्व में गिरफ्तार आरोपी विपिन बिहारी के घर से पेपर लीक से जुड़े 6 लाख रुपए उसके लखनऊ स्थित आवास से बरामद किए गए थे। बता दें कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार मुख्य अभियुक्तों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई जारी है। इसी के तहत 21 अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत देहरादून के रायपुर थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है।
गोमतीनगर लखनऊ से गिरफ्तार संपन्न राव नकल सरगना सादिक मूसा का साथी है। पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने शनिवार को 33वीं गिरफ्तारी की थी। एसटीएफ ने आयोग के पूर्व संविदा कर्मी पीआरडी जवान को गिरफ्तार किया। आरोप है कि उसने पहले पकड़े गए आरोपी मनोज जोशी से पेपर लिया और फोटोकॉपी कराने के बाद पत्नी को मुहैया कराया। आरोपी 2014 से अप्रैल 2022 तक अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में संविदा कर्मी रह चुका है। एसटीएफ ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
पेपर लीक कराने का असल मास्टरमाइंड आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के मालिक का खास दोस्त सैयद सादिक मूसा निकला। उसकी तलाश में एसटीएफ लगातार दबिश दे रही है। मगर वह अंडग्राउंड हो गया है। उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है।
वहीं, उत्तराखंड एसटीएफ ने सरगना सैय्यद सादिक मूसा पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। मूसा उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर का रहने वाला है। बता दें यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जीरो टॉलरेंस ऑन करप्शन की नीति के तहत माफियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उसी क्रम में डीजीपी अशोक कुमार एसटीएफ को नकल माफियों और संगठित अपराधियों ने द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त करने के आदेश दिए थे। इस मामले में अभी तक 33 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अभी तक इस पूरे खेल का सरगाना उत्तरकाशी के हाकम सिंह को बताया जा रहा था, लेकिन अब धीरे-धीरे पूरे मामले की परतें खुलती जा रही हैं।
Tagsउत्तराखंड
Gulabi Jagat
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