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उत्तराखंड न्यूज: इलाज न मिलने से नवजात की मौत, दस मिनट की बजाय दो घंटे बाद पहुंचा हेलीकाप्टर

Gulabi Jagat
16 July 2022 2:46 PM GMT
उत्तराखंड न्यूज: इलाज न मिलने से नवजात की मौत, दस मिनट की बजाय दो घंटे बाद पहुंचा हेलीकाप्टर
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उत्तराखंड न्यूज
पिथौरागढ़/ मुनस्यारी: आपदा काल में दुर्गम और दूरस्थ क्षेत्र के लोगों के बचाव एवं राहत के लिए पहुंचा हेलीकॉप्टर लक्ष्मी के लिए मददगार साबित नहीं हो सका। सुविधाविहीन गांव में गर्भवती घंटों तक तड़पती रही। दस मिनट में पहुंचने वाला हेलीकॉप्टर सवा दो घंटे बाद पहुंचा। लगभग पौने दो घंटे तड़पती गर्भवती ने बच्चे को जन्म दिया। पर समय से इलाज न मिलने पर उसकी सांसे टूट गई। बच्चे की खुशी पल भर न ठहर सकी, परिवार गम में डूब गया। प्रदेश की कागजी स्वास्थ्य व्यवस्था की यही कड़वी सच्चाई है।
रालम वैली में स्थित पांतू गांव अति दुर्गम गांव है। इस गांव तक पहुंचने वाला मिलम मार्ग धापा में तीन दिन से बंद है। गांव तहसील मुनस्यारी से लगभग 18 किमी की दूरी पर है। गांव निवासी लक्ष्मी देवी पत्नी श्याम सिंह को सुबह से प्रसव पीड़ा होने लगी। प्रसव पीड़ा बढ़ती गई। यह गांव माइग्रेशन वाला गांव है।
ग्रामीणों ने अपनी अपील में कहा कि लक्ष्मी देवी प्रसव पीड़ा से तड़प रही है। लोगों ने बारिश में राहत और बचाव के लिए धारचूला पहुंचे हेलीकॉप्टर को गांव भेजने के लिए प्रशासन से अनुरोध की अपील की। इसपर लगभग दस बजे मुनस्यारी के जनप्रतिनिधियों और जागरूक लोगों ने प्रशासन को स्थिति से अवगत कराया। धारचूला से पातों तक हेलीकॉप्टर को पहुंचने में मात्र दस मिनट का समय लगता है। आपातकालीन स्थिति होने के बाद भी हेलीकॉप्टर सवा दो घंटे बाद पातों गांव पहुंंचा।
इस दौरान गर्भवती तड़पती रही और दोपहर बारह बजे बच्चे को जन्म दिया। पर हेलीकाप्टर के पहुंचने से पूर्व ही नवजात की सांस थम गई। ग्रामीण बताते हैं कि बारह बजे पास हेलीकॉप्टर पातों में नजर आया और चक्कर लगाता रहा। इसके बाद ग्रामीण डोली से प्रसूता और नवजात को लेकर प्राथमिक विद्यालय को रवाना हुए। नवजात ने वहां पहुंचने से पूर्व दम तोड़ दिया। लोगों का कहना है कि समय से अस्पताल पहुंच जाता तो नवजात की जान बच जाती।
बाद में हेलीकॉप्टर प्रसूता को उपचार के लिए जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ लेकर आया। पर दुनिया में पलभर को आए नवजात ने प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते दम तोड़ दिया। प्रशासन की जिले की गर्भवती महिलाओं को सूचीबद्ध कर उनकी समय-समय पर जांच के आदेशों की चिकित्सा विभाग द्वारा दरकिनार करने की खामी भी उजागर हुई। इस घटना को लेकर क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है।
सूचना के बाद भी समय पर हेलीकॉप्टर के न पहुंचने की जांच की मांग
समय से हेलीकॉप्टर नहीं पहुंचने की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। जिला पंचायत सदस्य मुनस्यारी जगत मर्तोलिया ने कहा है कि हेलीकॉप्टर प्रबंधन पर नई व्यवस्था नहीं बनाई गई तो जिला प्रशासन के खिलाफ धरना दिया जाएगा। कहा कि जिला प्रशासन को जवाब देना चाहिए कि हेलीकॉप्टर किस प्रयोजन के लिए आया है। हेली सेवा मुनस्यारी के लिए नहीं है तो इसे भी प्रशासन स्पष्ट करे।
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