काशीपुर: पचास हजार रुपये के इनामी खनन माफिया की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड में कुंडा के ग्राम भरतपुर में दबिश देने पहुंची यूपी की ठाकुरद्वारा पुलिस और एसओजी टीम की ग्रामीणों से भिड़ंत हो गई। परस्पर फायरिंग में जसपुर के ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर की पत्नी गुरजीत कौर (28) की मौत हो गई और छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस पर गुरताज सिंह भुल्लर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भुल्लर का कहना है कि 'यूपी पुलिस ने पांच माह और चार वर्ष के बच्चों से उनकी मां और मुझसे मेरी पत्नी छीन ली और मेरे ही खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया। मेरे जैसे भाजपा नेता के खिलाफ जब ऐसा हो रहा है तो आम जनता के साथ क्या करेगी यूपी पुलिस।'
दरअसल, पत्रकार वार्ता में आंसुओं से डबडबाई आंखों उन्होंने कहा कि मैं तो सरकार का जनप्रतिनिधि भी था फिर भी मेरे साथ ये सब हुआ। ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर और उनके ससुर जितेंद्र सिंह ने गुरजीत कौर हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। काशीपुर में यूपी पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में जान गंवाने वाली महिला के पति गुरताज सिंह ने कहा कि मेरी पत्नी सरकारी कर्मचारी थी। जो मेरे साथ हुआ किसी और के साथ ऐसा न हो। दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है। दोनों जगह पुलिस सरकार के अंदर है। मैं सरकार से CBI जांच की मांग करता हूं।
पत्रकारों से बात करते हुए गुरताज ने कहा कि घटना वाले दिन ही वह दिल्ली से लौटे थे। थके होने के कारण वह पत्नी से मिले बगैर सोने चले गए। इसी दौरान सादी वर्दी में पहुंची यूपी पुलिस ने उनके घर में घुसकर उत्पात मचाया। शोर सुनकर वह जगे। इस दौरान यूपी पुलिस के कर्मियों ने उनकी पत्नी की हत्या कर दी। भुल्लर ने कहा कि मेरे मासूम बच्चों की मां को इंसाफ नहीं मिल रहा है जबकि उत्तराखंड और यूपी में उनकी सरकार है। उन्होंने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। भुल्लर ने यूपी पुलिस की ओर से थोपे गए मुकदमे खत्म करने की भी मांग की।