उत्तराखंड

हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठे शिवालय

Gulabi Jagat
18 July 2022 2:28 PM GMT
हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठे शिवालय
x
पिथौरागढ़ : सावन के पहले सोमवार को सीमांत जनपद के शिव मंदिरों में भक्त खासे उमड़े रहे। हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं ने शिवलिंग में जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं ने शिवालयों में गंगाजल, दूध, दही से जलाभिषेक कर बेलपत्र, चावल व पुष्प से भोलेशंकर की पूजा-अर्चना की। सोरघाटी की सबसे ऊंचाई (2450 मीटर) पर स्थित प्रसिद्ध थलकेदार मंदिर में तड़के चार बजे से ही भोले के भक्त उमड़े रहे। कोविड के चलते दो साल बाद सावन के पहले सोमवार को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह नजर आया। सोमवार को जिला मुख्यालय में घंटाकरण शिव मंदिर, पुरानी बाजार शिवालया, पितरौटा शिव मंदिर, घुपौड़ शिव मंदिर, पितरौटा, नाकोट, रई गुफा, सेरादेवल, पांडेगांव, हुडेती महादेव मंदिर, ध्वज खंडेनाथ मंदिर, तालेश्वर मंदिर समेत सभी शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। लोगों ने बारी-बारी से शिवलिंग पर जलाभिषेक कर भगवान शिव शंकर की पूजा-अर्चना की। जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर बड़ाबे कस्बे की ऊंची पहाड़ी पर स्थित प्रसिद्ध थलकेदार मंदिर में सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। मंदिर महंत भगत जी ने बताया कि थलकेदार में एक दिन पूर्व रविवार को ही सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए थे। मंदिर में रात भर भजन-कीर्तन चलते रहे। सुबह चार बजे से श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। यहां शाम सात बजे तक श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रही। वहीं, बड़ाबे गांव में स्थित प्रसिद्ध लटेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। गंगोलीहाट: सावन के पहले सोमवार को तहसील क्षेत्र के विश्व प्रसिद्ध पाताल भुवनेश्वर, भोलेश्वर, शैलेश्वर, मणकेश्वर, हटकेश्वर, डाणेश्वर, लमकेश्वर आदि शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। प्रसिद्ध सिद्धपीठ महाकाली मंदिर में भी पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। थल: थल के पौराणिक बालेश्वर महादेव के मंदिर में स्वंयभू शिवलिंग में जलाभिषेक करने वालों की सुबह चार बजे से भीड़ जुटी रही। दोपहर तक दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा। महिलाओं ने जहां गंगा पूजन किया, वही शिवलिंग में बेलपत्री के साथ जल चढ़ाया और भैरव नाथ के मंदिर में खिचड़ी का भोग लगाया। मंदिर परिसर में पुरोहित हरीश चंद्र उपाध्याय, गिरीश चंद्र उपाध्याय,गणेश दत्त भट्ट,मथुरा दत्त भट्ट, ललित भट्ट सहित कई पुरोहितों मंदिर में दर्शन करने आए यजमानों के ग्रह शांति पाठ संपन्न किए। मंदिर में बारी वाले पुजारी गोविंद भट्ट ने सभी श्रद्धालुओं की बारी-बारी से पूजा-पाठ संपन्न किए। थल का प्राचीन बालेश्वर मंदिर नमामि गंगे प्रोजेक्ट में जुड़े होने पर डीडीहाट और बेड़ीनाग के खंड विकास अधिकारी के नेतृत्व में मंदिर के घाटों में सफाई अभियान चलाया गया। तीतरी: भारत-नेपाल सीमा से सटे तल्लाबगड क्षेत्र के प्रसिद्ध हंसेश्वर मठ मे शिवार्चन पूजा का आयोजन किया गया। इसके बाद मंदिर परिसर में हवन व भंडारे का आयोजन हुआ। मठ के महन्त परमानंद महाराज ने हंसेश्वर मठ की महत्ता की जानकारी देते हुए श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस आयोजन में कमान सिंह कठायत, बहादुर सिंह कठायत, रघुराज अवस्थी, जीवन सिह धामी, लक्ष्मण सिंह धामी, मान सिंह धामी, भवान अवस्थी, नंदन सिंह बिष्ट, सुनी धामी आदि ने सहयोग दिया। बेरीनाग/डीडीहाट/अस्कोट: बेरीनाग में प्रसिद्ध नागमंदिर, डीडीहाट में सिराकोट मलयनाथ, अस्कोट में प्रसिद्ध मल्लिकार्जुन महादेव मंदिर समेत समस्त शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। उधर, धारचूला, मुनस्यारी, झूलाघाट, गणाई-गंगोली के शिवालय भी गुंजायमान रहे।

सोर्स: दैनिक जागरण
Next Story