उत्तराखंड

चमोली जिले के जोशीमठ शहर के अस्तित्व पर मंडरा रहा संकट

Gulabi Jagat
17 Jan 2023 2:38 PM GMT
चमोली जिले के जोशीमठ शहर के अस्तित्व पर मंडरा रहा संकट
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चमोली जिले के जोशीमठ शहर के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। पिछले कई दिनों से भू-धंसाव के कारण जोशीमठ के कई मकानों में दरार आ गई, जो बढ़ती जा रही हैं। एक तरफ जहां घरों में दरारें पड़ रही हैं तो वहीं जमीन के अंदर से जगह-जगह पानी के फव्वारे फूट रहे हैं। जिस वजह से लोग अपने पुस्तैनी घर छोड़कर चले गए हैं। ऐसे में जोशीमठ भू-धंसाव की वजह से विस्थापित होने वाले परिवारों के बच्चों को 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने में कोई परेशानी न हो इसके लिए भू-धंसाव से प्रभावित छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। बता दें, विभाग ने प्रभावित छात्र-छात्राओं को बोर्ड परीक्षा के लिये परीक्षा केन्द्र चुनने की छूट देने की घोषणा की है। वहीं सीबीएसई देहरादून ने भी ऐसे छात्रों के लिए विस्थापित स्थान के केंद्र पर परीक्षा की विशेष व्यवस्था की है।
इस संबंध में बोर्ड के संयुक्त सचिव एवं क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने चमोली के डीएम व सभी स्कूलों को पत्र भेजकर बताया कि चमोली जिले में सीबीएसई 10वीं के 1142 छात्र और 12वीं के 743 छात्र 15 फरवरी से शुरू होने जा रही बोर्ड परीक्षा में बैठेंगे।
इसके लिए जिले में 19 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 13 अटल उत्कृष्ट विद्यालय, चार केंद्रीय विद्यालय, एक राजीव गांधी नवोदय विद्यालय और एक जवाहर नवोदय विद्यालय शामिल है। बताया, चूंकि जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रशासन कई परिवारों को विस्थापित कर रहा है। ऐसे में इन छात्रों के लिए अपने पहले से तय परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देना मुश्किल हो गया है।
ऐसे छात्रों के लिए सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने विस्थापित स्थान के सबसे नजदीकी परीक्षा केंद्र पर परीक्षा की विशेष छूट दी है। उन्होंने इस बाबत दो दिन पहले सभी स्कूलों को पत्र भेजा है, जिसमें ऐसे छात्रों की लिस्ट मांगी गई है।
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