न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
24 जुलाई को यूकेएसएसएससी में पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद मामले में एक के बाद एक 16 गिरफ्तारियां हुई। कुछ दिन पूर्व मुख्य आरोपी आउटसोर्स कंपनी आरएमएस सॉल्यूशन के डाटा एंट्री ऑपरेटर अभिषेक वर्मा को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। आज शुक्रवार को एक और गिरफ्तारी हुई।
यूकेएसएसएससी में पेपर लीक मामले में जैसे-जैसे कड़ी दर कड़ी से जुड़ती गई, वैसे ही गिरफ्तारियों का सिलसिला बढ़ता गया। मामले में शुक्रवार को एक और गिरफ्तारी की गई। अब तक एसटीएफ 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
शुक्रवार को एसटीएफ ने सचिवालय में नियुक्त हाल अपर निजी सचिव, सूर्य प्रताप निवासी ग्राम निवाड़ मंडी जसपुर जनपद उधम सिंह नगर को गिरफ्तार किया। न्याय विभाग को पुख्ता साक्ष्य मिलने पर मामले में संलिप्त होने पर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
कुछ दिन पूर्व मुख्य आरोपी आउटसोर्स कंपनी आरएमएस सॉल्यूशन के डाटा एंट्री ऑपरेटर अभिषेक वर्मा को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के पेपर लीक मामले में एसटीएफ लखनऊ के प्रिंटिंग प्रेस के डाटा एंट्री ऑपरेटर अभिषेक वर्मा को तीन दिन की रिमांड पर लेकर लखनऊ रवाना हुईथी। मामले मेें एसटीएफ अभिषेक से और अधिक जानकारी जुटाई।
24 जुलाई को यूकेएसएसएससी में पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद मामले में जैसे जैसे कड़ी दर कड़ी से जुड़ती गई, वैसे ही गिरफ्तारियों का सिलसिला बढ़ता गया। अब तक एसटीएफ 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी आउटसोर्स कंपनी आरएमएस सॉल्यूशन के डाटा एंट्री ऑपरेटर अभिषेक वर्मा को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था।
वर्मा की जिम्मेदारी पेपर छपने के बाद सील करने की थी, लेकिन उसने तीनों पालियों के एक-एक सेट को टेलीग्राम एप से अपने साथियों को भेज दिया था। इस काम के उसे 36 लाख रुपये मिले थे। गिरफ्तार अभिषेक वर्मा की एसटीएफ ने न्यायिक रिमांड मांगी थी, जिसको स्वीकार करते हुए तीन दिन की न्यायिक रिमांड मिली थी।