उत्तराखंड

30 साल की कड़ी मेहनत पर अधिकारी ने एक मिनट में पानी फेर दिया: बाबा रामदेव

Gulabi Jagat
16 Nov 2022 3:19 PM GMT
30 साल की कड़ी मेहनत पर अधिकारी ने एक मिनट में पानी फेर दिया: बाबा रामदेव
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हरिद्वार। योग गुरु बाबा रामदेव ने पंतजलि के उत्पादों को बनाने वाली दिव्य फार्मेसी की दवाओं पर बैन लगाने के मामले पर तीखी प्रक्रिया देते हुए कहा कि 30 साल की कड़ी मेहनत पर अधिकारी ने एक मिनट में पानी फेर दिया। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने भी आयुर्वेदिक दवा पर प्रतिबंध लगाए जाने को गैर-जिम्मेदाराना काम बताया। दरअसल उत्तराखंड आयुर्वेद विभाग ने दिव्य फार्मेसी की दवाओं पर लगी रोक को अपनी गलती मानते हुए वापस ले लिया है। आयुर्वेद विभाग के ड्रग कंट्रोलर डॉ जीसीएस जंगपांगी ने दवाओं पर लगी रोक का कारण त्रुटिवश बताया है।
उन्होंने कहा कि अधिकारी की कृत्य से आयुर्वेद और आयुर्वेदिक परंपरा का नुकसान हुआ है। हमने इस मामले का पूरा संज्ञान लेते हुए सरकार के सामने अपना पक्ष रखा, और उत्तराखंड सरकार ने गलती में सुधार किया। कहा कि एक षड्यंत्र के तहत यह हुआ है, और इसके पीछे कारणों तक जाएंगे।
दरअसल केरल के एक डॉक्टर की शिकायत पर आयुर्वेद विभाग के ड्रग कंट्रोलर ने 9 नवम्बर को दिव्य फार्मेसी की पांच दवाओं के उत्पादन पर रोक लगा दी थी। साथ ही भ्रामक प्रचार व अन्य मामलों में पांचों दवाओं के लेबल और फार्मुलेशन शीट तलब की गई थी। ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, गॉइटर (घेघा), ग्लूकोमा और हाई कलेस्टरॉल के इलाज में इन दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है।
विभाग के आदेश के अनुसार दिव्य फार्मेसी की पांचों दवाओं को लेकर फिर से विभागीय एक्सपर्ट कमेटी की बैठक होनी थी, जिसमें दवा के अवयवों की दुबारा जांच करनी थी लेकिन, उससे पहले ही दवाओं पर रोक लगा दी गई थी। उत्तराखंड आयुर्वेद विभाग ने ठीक अगले ही दिन दिव्य फार्मेसी की दवाओं पर लगी रोक को अपनी गलती मानते हुए वापस ले लिया है।
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