रुद्रप्रयाग: यदि आप उत्तराखंड सरकार से अधिकृत हिलांस से स्थानीय उत्पादों को खरीद रहे हैं तो जरा जांच परख कर ही सामान खरीदें. वरना आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी हो सकता है. क्योंकि, हिलांस की ओर से ग्राहकों को बेचे जा रहे हैं. स्थानीय उत्पादों पर न तो मैन्युफैक्चरिंग व एक्सपायर डेट लिखी हुई है. ऐसे में हिलांस के स्टोरों पर एक्सपायर हो चुका सामान भी बिक सकता है. रुद्रप्रयाग में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला.यहां हिलांस की ओर से बेचे जा रहे सामान में न तो उत्पादन की तिथि अंकित की गई है और न ही एक्सपायरी होने की. यहां तक की रेट भी हाथों से लिखे गये हैं. ऐसे में जिला माप-तोल विभाग ने हिलांस स्टोर का चालान करते हुए नोटिस जारी कर दिया है.बता दें कि सरकार की ओर से प्रदेश में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें चांवल, मंडुवा, कोदा, झंगोरा, अचार, दाल और जूस आदि प्रमुख हैं. यहां के स्थानीय उत्पादों को बेचने के लिये सरकार की ओर से हिलांस नामक संस्था को अधिकृत किया गया है.
यहां मिलने वाले अचार के डब्बे पर कुछ भी नहीं लिखा गया है. ऐसे में ग्राहक उस अचार को खरीदे तो खरीदे कैंसे? किसी भी सामान पर उत्पादन और एक्सपायर होने की तिथि अंकित न होने से ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ धोखा हो सकता है. किसी भी सामग्री की तिथि अधिक से अधिक एक साल तक हो सकती है, लेकिन तिथि अंकित न होने से यहां एक्सपायर हो चुका सामान भी बेचा जा सकता है. ऐसे में ग्राहकों को यहां से सोच समझकर सामान लेने की जरूरत है.
जिला माप-तोल विभाग के लैब टेक्नीशियन कीर्ति लाल आर्य ने बताया कि रुद्रप्रयाग स्थित हिलांस स्टोर में जो भी स्थानीय उत्पाद बेचे जा रहे हैं, उनमें कहीं भी उत्पादन से लेकर एक्सपायर होने की तिथि अंकित नहीं है. साथ ही सामग्री का रेट भी नहीं लिखा गया है. बिना विभाग के प्रमाणित किये ही ये सामान बेच रहे हैं. स्टोर का चालान करते हुये नोटिस जारी किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.