कोविड काल में हमारे देश और पूरे विश्व में मानव मानव जाति का नुकसान हुआ। ऑक्सीजन की कमी की वजह से जनहानि हुई। लिहाजा, भाजपा ने बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि प्रकृति के संरक्षण को हमें एकजुट होना है।
हरेला पर्व पर इस बार भाजपा प्रदेशभर में पौधरोपण का अभियान चलाकर पांच लाख पौधे रौपेगी। प्रकृति के संरक्षण का यह अभियान भाजपा ने 23 जून से शुरू किया था। बृहस्पतिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में पूर्व मंत्री एवं हरेला प्रभारी अरविंद पांडेय ने भाजपा के हरेला अभियान की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कोविड काल में हमारे देश और पूरे विश्व में मानव मानव जाति का नुकसान हुआ। ऑक्सीजन की कमी की वजह से जनहानि हुई। लिहाजा, भाजपा ने बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि प्रकृति के संरक्षण को हमें एकजुट होना है। उन्होंने कहा कि 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस, छह जुलाई को उनकी जयंती और 16 जुलाई को हरेला पर्व को मिलाकर तय किया गया कि हर बूथ स्तर पर कम से कम 20 पौधे रोपे जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11,668 बूथ हैं।
सभी बूथ पर 23 जून से आयोजन शुरू हुए। 30 जून से छह जुलाई तक छह हजार से ज्यादा बूथों पर वृक्षारोपण, संगोष्ठी की गई। 23 जून से आज तक 94 हजार कार्यकर्ताओं ने वृक्षारोपण, जान जागरूकता अभियान आदि में हिस्सा लिया है। इन्होंने अभी तक प्रदेश में करीब 60 हजार पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि आगामी 15-16 जुलाई को हरेला पर्व पर बड़े पैमाने पर यह अभियान चलाते हुए संगठन ने पांच लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने इसके लिए प्रदेशभर की करब 50 विधानसभाओं का दौरा किया है। भाजपा के 252 में से 150 मंडलों तक खुद जाकर व्यवस्थाएं देखी हैं। इस मौके पर पार्टी के उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, प्रवक्ता विनोद सुयाल, मनबीर सिंह चौहान, राजीव तलवार मौजूद रहे।
खास मौकों पर लगाएं पौधे, बनेंगे प्रेरणास्त्रोत
पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि अपने मंत्रीकाल में उन्होंने स्कूलों में जो पौधे लगवाए थे, वह आज बेहतर तरीके से बढ़ रहे हैं। उन्होंने बच्चों से अपील की कि अपने जन्म दिन या रिजल्ट जारी होने के खास दिन पर वह एक पौधा लगाकर अपनी खुशी का इजहार करें। जीवन में जब कभी मुश्किल समय आएगा तो यही पौधा उन बच्चों के लिए प्रेरणा बनेगा।
एक पेड़ काटें तो कम से कम 20 पौधे लगाएं
सहस्त्रधारा में बड़ी संख्या में पेड़ कटान के सवाल पर अरविंद पांडेय ने कहा कि अवस्थापना हम सबकी जरूरत है। अगर इस जरूरत को पूरा करने के लिए कहीं पेड़ काटने की आवश्यकता है तो यह भी जरूरी है कि एक पेड़ के बदले में कम से कम 20 पौधे लगाए जाएं।