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हल्द्वानी। ऊर्जा निगम ने बिजली चोरी रोकने के लिए तैयारी कर ली है। अब कुमाऊं में आर्म्ड केबिल बिछाई जाएगी। इस केबिल से बिजली चोरी करने वालों का तुरंत पता चलेगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी।
आयुक्त दीपक रावत ने मंगलवार को बिजली चोरी व लाइन लॉस को लेकर ऊर्जा निगम और पिटकुल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता एएस गर्ब्याल ने बताया कि कुमाऊं में राजस्व वसूली का 933 करोड़ का लक्ष्य है इसके सापेक्ष 753 करोड़ रुपये वसूले जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए आरडीएसएस योजना के अंतर्गत आर्म्ड केबिल बिछाई जाएंगी। आर्म्ड केबिल वायर के ऊपर रबड़ की कोटिंग होती है। फिर इसके बाद स्टील का कवर लगाया जाता है। इस तरह स्टील के कवर में आसानी से छेद करना या तोड़ना मुश्किल होता है।
वहीं इसकी खूबी यह भी है कि यदि स्टील के इस कवर को तोड़ा तो जाता है तो केबिल पंचर हो जाती है और आपूर्ति ठप हो जाती है। इस तरह बिजली चोरी रोकने के साथ ही बिजली चोरी करने वालों का पता चलेगा। उपभोक्ताओं को अघोषित बिजली कटौती नहीं होगी और राजस्व वृद्धि भी होगी। इसी के साथ जल्द ही जर्जर बिजली के तार भी बदले जाएंगे।
ओवरलोड वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर और स्मार्ट मीटर भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा ओवरलोड खत्म करने के लिए 33 केवी व 11 केवी का फीडर से अलग लाइन से आपूर्ति की जाएगी। इस पर आयुक्त ने बिजली चोरी पर सख्ती बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि बिजली चोरी को लेकर विजिलेंस की टीम सक्रियता बढ़ाए। विजिलेंस टीम को सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
आयुक्त बिजली विभाग के सिविल कार्यों की भी समीक्षा की। आगामी 10-12 वर्षों में बिजली की मांग को देखते हुए नए बिजलीघरों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस दौरान ईई बीसी भट्ट, वेगराज सिंह, संयुक्त निदेशक सांख्यिकी राजेश तिवारी आदि मौजूद थे।
पिटकुल के मुख्य अभियंता राजीव गुप्ता ने बताया कि आरईसी योजना के तहत रुद्रपुर के कुरिया में 33/11 केवी सब स्टेशन व 33 केवी लाइन का कार्य पूरा हो चुका है। इसकी सूचना बिजली विभाग व आला अधिकारियों को दी जा चुकी है। जलद ही इसका लाभ जनता को मिलेगा।
ऊर्जा निगम ने इस वर्ष अब तक 15 बिजली चोरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। इनमें आठ लाख की बिजली चोरी का आकलन किया गया था। इसके सापेक्ष 4.19 लाख रुपये वसूल लिए गए हैं ।
ऊर्जा निगम के अधिकारियों के अनुसार 12 प्रतिशत लाइन लॉस आदर्श माना जाता है। कुमाऊं में इस वर्ष 14 प्रतिशत लाइन लॉस है जबकि पिछले वर्ष यह 16 प्रतिशत था। वहीं, सबसे ज्यादा लाइन लॉस हल्द्वानी शहरी क्षेत्र में 21, भिकियासैंण में 20, बाजपुर व रामनगर में 19-19 और रानीखेत में 17 प्रतिशत है। हालांकि हल्द्वानी ग्रामीण में लाइन लॉस 15 प्रतिशत है। ऊर्जा निगम का दावा है कि इस वित्तीय वर्ष में अत्यधिक लाइन लॉस को समाप्त कर दिया जाएगा।
Admin4
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