देहरादून: विकासनगर कोतवाली क्षेत्र में संगम विहार निवासी जामतु दास के घर पर बीती 9 अगस्त की रात को करीब 11 बजे दो बदमाशों ने कई फायरिंग की थी. हालांकि, उस दौरान जामतु दास तो घर नहीं थे, लेकिन घर में उनकी बेटी और बच्चें मौजूद थे, जिन्होंने बड़ी मुश्किल से छिपकर अपनी जान बचाई. वहीं, इलाके में गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी सहम गए थे. सूचना पर जबतक पुलिस मौके पर पहुंची आरोपी वहां से फरार हो चुके थे (firing at home in Vikasnagar).पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस ने इलाके में लगे करीब 20 से 25 सीसीसीटी कैमरों की फुटेज खंगाली. साथ ही पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र भी सक्रिय किया. इसी बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि ये हमला किसी बाहरी बदमाश ने नहीं, बल्कि जामतु दास के दामाद सुंदरपाल ने नहीं अपने भाई कुलदीप उर्फ बिट्टू के साथ मिलकर किया था. जो यूपी के शामिल जिल के रहने वाले हैं.
पुलिस ने गुरुवार सुबह दोनों हमलावरों को हरबर्टपुर चौक से गिरफ्तार किया (Police arrested son in law). आरोपियों के पास से पुलिस को देशी पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद हुए. आरोपी सुंदरपाल ने पुलिस को बताया कि 15 साल पहले उसकी शादी जामतु दास की बेटी सुनीता से हुई थी, लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही दंपति के बीच विवाद हो गया था. इसके बाद सुनीता अपने मायके आ गई थी. तब से सुनीता अपने पिता जामतु दास के साथ विकासनगर में रह रही है. जामतु दास ने अपने दामाद सुंदरपाल के खिलाफ घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज कराकर उसे जेल भिजवाया था.पुलिस के मुताबिक, तभी से सुंदरपाल अपने ससुर के प्रति नफरत रखता है और उसी गुस्से में सुंदरपाल ने अपने भाई के साथ मिलकर ससुर जामतु दास को जान से मारने का प्लान बनाया था, लेकिन वो अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाया. पुलिक के मुताबिक, दोनों भाइयों पर इससे पहले भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.