उत्तर प्रदेश

45 साल बाद ताजमहल तक पहुंचा यमुना का पानी!

Sonam
17 July 2023 5:19 AM GMT
45 साल बाद ताजमहल तक पहुंचा यमुना का पानी!
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उत्तर भारत में एक तरफ लगातार वर्षा और दूसरी तरफ नदियों के बढ़ जलस्तर से परेशानी बनी हुई है। वहीं, दूसरी ओर पहाड़ों में एक बार फिर भीषण वर्षा का अलर्ट है। आगरा में यमुना नदी ने रविवार सुबह खतरे का निशान पार कर लिया है। 45 साल बाद यमुना के पानी ने ताजमहल की दीवार को छुआ है।

दिल्ली में यमुना के जलस्तर में आई कमी

दिल्ली में यमुना के जलस्तर में कमी आई है, लेकिन अभी भी यह खतरे के निशान (205.33 मीटर) से ऊपर बह रही है। गढ़मुक्तेश्वर में भी गंगा का जलस्तर 13 साल बाद पीले निशान के पार है। ब्रजघाट में गंगा का पानी आरती स्थल के पास बनी सीढ़ियों के पास तक पहुंच गया है। हिमाचल प्रदेश में भी रविवार को कई जिलों में वर्षा हुई।

मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के सभी जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान कुछ स्थानों पर बादल फटने और अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। दिल्ली में भी तीन दिनों तक मध्य स्तर की वर्षा होने का पूर्वानुमान है।

यूपी में घट-बढ़ रहा नदियों का जलस्तर

रविवार को उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादलों की मौजूदगी तो रही, मगर वर्षा की संभावनाएं सूखी ही रहीं। कुछ जिलों में ही हल्की बूंदा-बांदी हुई। इस बीच नदियों का जलस्तर बढ़ना-घटना जारी है। आगरा में दक्षिणी किनारे पर पानी एत्माद्दौला की यमुना किनारा स्थित कोठरियों में एक से डेढ़ फीट ऊंचाई तक भर गया है। ताजमहल के पा‌र्श्व में यमुना किनारे बनाए गए उद्यान में पानी भर गया।

इससे पूर्व 1978 की बाढ़ में यमुना का पानी ताजमहल के तहखाना तक पहुंच गया था। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सीमावर्ती गांवों में पानी भर गया है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।

हिमाचल में सड़कों व सेब के बागीचों को नुकसान

हिमाचल प्रदेश में रविवार को अधिकतर स्थानों पर वर्षा हुई। रोहड़ू के मनखून में बादल फटने से सड़कों व सेब के बागीचों को नुकसान पहुंचा है। जाहलमा नाला फिर उफान पर है, जिससे चंद्रभागा नदी में बनी झील का दायरा बढ़ गया है। मंडी में घर की छत गिरने से दो लोगों की मौत हुई है। मनाली में ट्रेकिंग पर गए दो लोगों के बर्फ में दबे शव मिले हैं।

ऋषिकेश में खतरे के निशान के करीब गंगा

उत्तराखंड में पर्वतीय क्षेत्र में लगातार हो रही भारी वर्षा के चलते नदियों का जलस्तर अत्याधिक बढ़ गया है। ऐसे में रविवार को श्रीनगर बांध से पानी छोड़ना पड़ा, जिससे ऋषिकेश और हरिद्वार समेत मैदानी क्षेत्र में गंगा का जलस्तर बढ़ने से स्थिति गंभीर हो गई। ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान के पास बह रही है। वहीं, रातभर हुई वर्षा के कारण चारधाम यात्रा से जुड़ा हाईवे रविवार सुबह कई स्थान पर बाधित रहा। बदरीनाथ और हेमकुंड यात्रा पर आए 1500 से अधिक तीर्थयात्री हाईवे खुलने का इंतजार करते रहे।

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