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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: 14 सबस्टेशनों में घंटों गुल रही बिजली, फॉल्ट से साढ़े छह लाख लोग परेशान
Kajal Dubey
7 July 2022 4:59 PM GMT
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कानपुर में उमस भरी गर्मी में बढ़ी बिजली की मांग से गुरुवार को 14 सबस्टेशनों की बिजली दो से छह घंटे तक गुल रही। ज्यादातर फॉल्ट ओवरलोडिंग की वजह से हुए। एसी-कूलर के लगातार चलने की वजह से फीडरों पर लोड बढ़ा और ट्रिपिंग शुरू हुई। यशोदा नगर मुर्गी फार्म के आसपास की पशुपति नगर सबस्टेशन से बिजली सुबह 11 बजे से देर रात तक गुल रही। यहां पर शहनाई गेस्ट हाउस के पास बिजली का तार टूटने से गुल रही।
क्षेत्रीय निवासी पारितोष कुमार और अर्पित विश्वकर्मा ने बताया कि दिन भर बिजली गुल रहने से पेयजल संकट भी गहरा गया। जलकल से टैंकर मंगवाकर पानी की आपूर्ति कराई गई। वहीं, गोविंद नगर सी ब्लॉक की बिजली शाम को छह बजे से रात साढ़े आठ बजे तक बंद रही। गोविंद नगर के ब्लॉक, जाजमऊ कल्याणपुर वसुंधरा विहार, पनकी रतनपुर के शताब्दी नगर, बर्रा-दो के एमआईजी भरत पार्क की बिजली रात में तीन घंटे तक गुल रही।
इसके अलावा चिड़ियाघर सबस्टेशन में आइसोलेटर में समस्या होने की वजह से दोपहर 12 बजे से दो बजे तक बिजली गुल रही। इससे आजाद नगर, नवाबगंज का क्षेत्र प्रभावित रहा। फूलबाग सबस्टेशन को स्मार्ट बिजली परियोजना के काम स्काडा की वजह से दोपहर 12 से दो बजे तक बंद रखा गया। इससे तारघर, कराची खाना फीडर से बिजली बंद रही। हैरिसगंज सबस्टेशन से मीरपुर फीडर की बिजली सुबह आठ बजे से दोपहर सवा 12 बजे तक बंद रही। यहां पर पकड़िया ट्रांस़फार्मर का काम हो रहा था।
जुलाई के पहले सप्ताह में ही 745 मेगावाट पहुंच गई बिजली की मांग
उमस की वजह से बढ़ी बिजली की मांग का असर यह हुआ है कि इस जुलाई के पहले सप्ताह में बिजली की मांग 745 मेगावाट तक पहुंच गई है। जबकि जुलाई 2021 में बिजली की मांग एक दिन में 700 मेगावाट नहीं पार का सकी थी। जुलाई 2021 में अधिकतम लोड 699 मेगावाट दर्ज किया गया था। पिछले साल जुलाई के पहले सप्ताह पांच जुलाई को अधिकतम 689 मेगावाट तक डिमांड पहुंची थी। इस बार पांच जुलाई को अधिकतम मांग पांच जुलाई को 745 मेगावाट दर्ज की गई है।
इस साल जून में अधिकतम लोड 756 मेगावाट और पिछले साल जून में 703 मेगावाट दर्ज किया गया था। सबसे ज्यादा अंतर मई महीने में रिकॉर्ड किया गया। मई 2022 में जहां बिजली की मांग अधिकतम 723 मेगावाट दर्ज की गई। मई-2021 में 578 मेगावाट दर्ज की गई थी। इस साल अप्रैल से ही तेज गर्मी होने से बिजली की मांग का अंतर 100 मेगावाट से अधिक रहा। मई-2022 में 684 मेगावाट लोड रहा। जबकि मई 2021 में अधिकतम 24 घंटे का लोड 548 मेगावाट दर्ज किया गया था।
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