उत्तर प्रदेश

उत्तर-प्रदेश: नौकरी व लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

Kajal Dubey
12 July 2022 10:06 AM GMT
उत्तर-प्रदेश: नौकरी व लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
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लखनऊ। फाइनेंस सर्विस के नाम पर कंपनी खोल बेरोजगारों से ठगी के मामले में पारा थाने में दर्ज मुकदमे की बाबत साइबर क्राइम सेल की टीम ने तीन जालसाजों को गाजियाबाद की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी टीला मोड़ से गिरफ्तार कर लिया है।
एसीपी काकोरी आशुतोष कुमार के मुताबिक, गिरफ्तार जालसाजों में गाजियाबाद के लोनी सिरौली का अमित, उसका साथी कपिल और अंकित कसाना हैं। तीनों स्टार फाइनेंस सर्विस के नाम से कंपनी खोलकर ठगी कर रहे थे। कंपनी के खिलाफ पारा निवासी रवि गुप्ता ने 29 जून को केस दर्ज कराया था। मामले की जांच साइबर क्राइम सेल कर रही थी।
साइबर क्राइम सेल निरीक्षक रणजीत राय के मुताबिक, रवि ने अप्रैल माह में नौकरी के लिए मास्टर इंडिया डॉट काम कंपनी में सीवी अपलोड किया था। इसके बाद स्टार इंडिया फाइनेंस कंपनी से जालसाजों ने कॉल किया और कहा कि आपकी नौकरी लग गई है। नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया। इसके बाद रवि से लोन से संबंधित ग्राहक लाने के लिए कहा। रवि को टारगेट दिया गया। रवि ने छह लोगों को लोन दिलाने के लिए दस्तावेज लिए। फाइल चार्ज, सीएसटी और वैरीफिकेशन समेत अन्य मदों में ग्राहकों से करीब ढाई लाख रुपये हड़प लिए। कई दिन बाद भी जब लोन पास नहीं हुआ तो रवि ने कंपनी के अधिकारियों को फोन किया तो नंबर बंद मिला। तब केस दर्ज कराया। साइबर क्राइम सेल ने रविवार को कंपनी के तीन जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। जालसाजों के पास से 21 हजार रुपये, लैपटॉप, आठ मोबाइल, पेन ड्राइव, नियुक्तिपत्र व अन्य दस्तावेज मिले हैं।
फर्जी दस्तावेज लगाकर हासिल करते थे सिम
साइबर क्राइम सेल के निरीक्षक रणजीत राय के मुताबिक, गिरोह के लोगों ने कंपनी के नाम से फर्जी डोमेन ले रखा था। ये लोग कई अन्य वेबसाइटों से लोगों का डाटा और सीवी जुटाकर उन्हें कॉल करते थे। नौकरी का झांसा देकर एजेंट बनाते और ठगी करते थे। कंपनी के जालसाज कॉल करने के लिए जो भी सिम इस्तेमाल करते थे, वह फर्जी आईडी पर लिए जाते थे।
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